Shivraj Patil passes away: कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष शिवराज वी. पाटिल का लंबी बीमारी के कारण 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। महाराष्ट्र की लातूर सीट से चार बार के सांसद रहे पाटिल ने अपने चार दशक लंबे राजनीतिक करियर में केंद्रीय गृह मंत्री (2004-2008) और लोकसभा अध्यक्ष (1991-1996) जैसे महत्वपूर्ण संवैधानिक पदों पर कार्य किया। उनका कार्यकाल 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों के बाद उनके नैतिक इस्तीफे के लिए विशेष रूप से याद किया जाता है।
उस समय, त्रासदी के बीच एक बैठक में औपचारिक रूप से कपड़े पहनने (सूट बदलने) को लेकर उनकी मीडिया और जनता द्वारा कड़ी आलोचना की गई थी। पाटिल का इस्तीफा भारतीय राजनीति में सार्वजनिक पद की नैतिक जिम्मेदारी के एक दुर्लभ उदाहरण के रूप में देखा जाता है।
नैतिकता और इस्तीफा: एक तुलनात्मक दृष्टिकोण
Shivraj Patil ने 26/11 के हमलों के तुरंत बाद ही केंद्रीय गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। यह फैसला उस समय आया जब मुंबई में सुरक्षा चूक और बड़े पैमाने पर हुए जान-माल के नुकसान को लेकर व्यापक आक्रोश था। पाटिल का कदम, जिसे कई लोग “नैतिकता के आधार पर इस्तीफा” कहते हैं, एक सार्वजनिक पद पर रहने वाले व्यक्ति द्वारा जिम्मेदारी स्वीकार करने का एक सशक्त उदाहरण था।
हालाँकि, हाल के वर्षों में, राजनीतिक इस्तीफे की यह परंपरा लगभग समाप्त सी हो गई है। जैसा कि आपने उल्लेख किया है, दिल्ली दंगे, मणिपुर हिंसा, पुलवामा हमला और पहलगाम जैसी गंभीर सुरक्षा चूक और राष्ट्रीय महत्व की घटनाओं के बावजूद, किसी भी शीर्ष मंत्री ने जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा नहीं दिया है।
पाटिल का युग: 26/11 के बाद, पाटिल पर उस समय कड़ी आलोचना हुई थी, खासकर एक बैठक में उनके पहनावे (सूट बदलने) को लेकर, जिसे मीडिया ने गंभीर घटना के प्रति संवेदनहीनता के रूप में पेश किया। दबाव इतना अधिक था कि उन्होंने अंततः पद छोड़ दिया।
वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य: वर्तमान समय में, बड़ी आपदाओं या विफलताओं के बावजूद इस्तीफे लगभग नदारद हैं। इसके बजाय, ऐसी घटनाओं के बाद भी कई हाई-प्रोफाइल इवेंट्स और “मास्टर स्ट्रोक” के रूप में प्रचारित कार्यक्रमों का आयोजन होता रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नैतिकता और जिम्मेदारी की परिभाषा समय के साथ बदल गई है। जहां Shivraj Patil का इस्तीफा एक दौर की नैतिक जवाबदेही को दर्शाता है, वहीं वर्तमान राजनीति में फोकस जिम्मेदारी स्वीकार करने के बजाय, अक्सर घटनाओं को प्रबंधित करने और राजनीतिक नैरेटिव को नियंत्रित करने पर अधिक होता है।

