Sultanpur News: सुल्तानपुर जिले के महात्मा गांधी स्मारक इंटर कॉलेज में पढ़ने वाले 11वीं कक्षा के छात्र ने सोशल मीडिया पर भगवान राम से संबंधित एक पोस्ट शेयर की थी। पोस्ट के वायरल होते ही कॉलेज के कुछ दबंग छात्र उससे नाराज हो गए और छात्र को धमकाने लगे। मामला इतना बढ़ गया कि इन छात्रों ने अगले दिन उस छात्र को स्कूल में घेर लिया और जमकर पिटाई कर दी। दबंग छात्रों ने छात्र से जबरन माफी मंगवाई और धमकाते हुए वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसे बाद में सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
परिजनों में दहशत, इलाके में तनाव
इस घटना के बाद पीड़ित छात्र के परिवार में दहशत का माहौल है। घटना की जानकारी मिलते ही परिवार के सदस्य डर गए और Sultanpur पुलिस से न्याय की गुहार लगाई। पीड़ित छात्र की मां की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं, इलाके में भी तनाव व्याप्त है। पीड़ित छात्र के परिजनों ने बताया कि दबंग छात्र अक्सर किसी न किसी को धमकाते रहते हैं, और उनका एक ग्रुप है जो सोशल मीडिया पर दबंगई भरे वीडियो पोस्ट करता है।
सोशल मीडिया ग्रुप और दबंगई का आतंक
मामले में और जानकारी जुटाने पर पता चला कि दबंग छात्रों का एक बड़ा ग्रुप है जो “1333” और “मिस्टर लंबरदार” नाम से सोशल मीडिया पर सक्रिय है। इस ग्रुप के सदस्यों की तादाद दर्जनों में है और वे आए दिन अपनी दबंगई का प्रदर्शन सोशल मीडिया के जरिए करते रहते हैं। इस ग्रुप की इतनी दहशत है कि कॉलेज का कोई भी छात्र या स्टाफ उनके खिलाफ खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।
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पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
मामले में पीड़ित छात्र की मां ने Sultanpur पुलिस को तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है और दबंग छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर सवाल
यह घटना सोशल मीडिया पर धार्मिक पोस्ट शेयर करने और युवाओं के बीच बढ़ती आक्रामकता पर भी सवाल खड़े करती है। ऐसे मामलों में न केवल छात्रों की सुरक्षा को खतरा होता है, बल्कि समाज में असहिष्णुता और विभाजन की भावना को भी बढ़ावा मिलता है। यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों के बीच आपसी संवाद और समझ को बढ़ावा देने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।