SIR Voter List Review Meeting: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में मंडल के सभी 29 विधानसभा क्षेत्रों में चल रहे मतदाता विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) की विस्तृत समीक्षा की। इस बैठक में क्षेत्र के विधायक, जनप्रतिनिधि और पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहे। बैठक के दौरान मतदाता सूची से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई, जिनमें गाजीपुर जिले की दो विधानसभा सीटों पर मतदाताओं की संख्या में अचानक बढ़ोतरी का मामला भी शामिल रहा।
गाजीपुर की दो सीटों पर वोटरों की संख्या बढ़ने का मुद्दा
बैठक में गाजीपुर भाजपा जिलाध्यक्ष ने जानकारी दी कि जमानिया और मुहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्रों में हाल के वर्षों में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या तेजी से बढ़ी है। उन्होंने आंकड़े पेश करते हुए बताया कि इन दोनों सीटों पर मतदाताओं की संख्या में 7 से 10 प्रतिशत तक वृद्धि दर्ज की गई है।
इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी का ध्यान इस ओर दिलाया और कहा कि ऐसे मामलों में विशेष सतर्कता जरूरी है। उन्होंने साफ कहा कि यह जांच करना आवश्यक है कि कहीं इस बढ़ोतरी के पीछे फर्जी मतदाता तो शामिल नहीं हैं।
फर्जी और अपात्र वोटरों पर सख्ती के निर्देश
सीएम योगी ने निर्देश दिए कि किसी भी पात्र मतदाता का नाम छूटने न पाए, लेकिन साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कोई अपात्र व्यक्ति मतदाता सूची में शामिल न हो। उन्होंने प्रत्येक जिले में विधानसभा क्षेत्रवार ऐसे मामलों पर नजर रखने को कहा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मंडल के कई इलाकों में बाहरी मतदाताओं के नाम सूची में दर्ज पाए गए हैं। ऐसे मामलों में अनमैपिंग, मृतक, स्थानांतरित और लंबे समय से गैरहाजिर मतदाताओं की पहचान पर खास ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।
हर बूथ की रिपोर्ट के साथ पहुंचे मुख्यमंत्री
गुरुवार को सर्किट हाउस सभागार में हुई इस मंडलस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने बताया कि वह सभी 29 विधानसभा क्षेत्रों की एसआईआर रिपोर्ट के साथ आए हैं। उनके पास हर विधानसभा के प्रत्येक बूथ की जानकारी मौजूद है।
उन्होंने कहा कि एसआईआर के लिए जो अतिरिक्त समय मिला है, उसका पूरा उपयोग किया जाए और काम को पूरी गंभीरता से समय पर पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि केवल आंकड़ों में सुधार काफी नहीं है, बल्कि जमीन पर ठोस कार्रवाई दिखनी चाहिए।
फर्जी वोटरों पर पैनी नजर जरूरी
सीएम योगी ने निर्देश दिए कि हर बूथ पर टीमें बनाकर एजेंट भेजे जाएं। मिलते-जुलते नाम, पिता का नाम और पते की गहराई से जांच की जाए। गणना फॉर्म जमा होने के बाद दावे और आपत्तियां मांगी जाएंगी, इसलिए इस चरण में अधिक सतर्कता जरूरी है।
उन्होंने कहा कि विजेता और उपविजेता समेत सभी जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है कि वे इस काम को पूरी ईमानदारी से करें।
घर-घर जाकर सत्यापन के आदेश
मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे घर-घर जाकर जांच करें। यह पता किया जाए कि किसने एसआईआर फॉर्म भरा है और किसने नहीं। उन्होंने कहा कि जनता से सीधा संपर्क बनाकर उन्हें मतदाता सूची से जोड़ना भाजपा की बड़ी जिम्मेदारी है, जिसे पूरी निष्ठा से निभाया जाना चाहिए।





