Sonam Raghuwanshi News; मध्य प्रदेश के इंदौर में एक प्रेम और विश्वास की कहानी कब खौफनाक क्राइम थ्रिलर में बदल गई, इसका अंदाज़ा राजा रघुवंशी को शायद कभी नहीं रहा होगा। शादी के पांच दिन बाद ही उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी ने प्रेमी और दोस्तों संग मिलकर उसका कत्ल करवा दिया। 23 मई को पहाड़ी पर हुई इस नृशंस हत्या में सोनम की भूमिका किसी फिल्मी विलेन से कम नहीं रही—वह खुद पीछे खड़ी रही, चिल्लाई “मार दो इसे!”, और प्रेमी ने कुल्हाड़ी से राजा का सिर फाड़ दिया। हत्या से पहले, बाद और उसके दौरान सोनम की चालें, पैसे का लालच और मोबाइल तोड़कर फरारी—इस पूरी कहानी ने इंदौर पुलिस को भी चौंका दिया।
11 मई: सात फेरे, पर छुपा था साजिश का बीज
राजा रघुवंशी, इंदौर का एक सफल ट्रांसपोर्ट कारोबारी, 11 मई को Sonam Raghuwanshi से विवाह बंधन में बंधा। दोनों की शादी परिवार की सहमति से हुई थी। हर ओर खुशियों का माहौल था, लेकिन राजा को नहीं पता था कि उसकी नई-नवेली पत्नी के दिल में पहले से किसी और का बसेरा था—राज कुशवाह नामक युवक, जिससे Sonam Raghuwanshi का प्रेम-प्रसंग जारी था।
16 मई: शुरू हुई हत्या की पटकथा
शादी के महज 5 दिन बाद ही Sonam Raghuwanshi ने प्रेमी राज से मुलाकात की और राजा को खत्म करने की साजिश रच डाली। सोनम ने कहा—“राजा को खत्म कर देते हैं, फिर मैं विधवा बन जाऊंगी। पापा भी हमारी शादी को मंजूरी दे देंगे।” इसी दिन सोनम ने हत्या का प्लान तय किया और हत्या को ‘लूट का रूप’ देने का आइडिया सुझाया।
18-22 मई: ऑनलाइन ऑर्डर, होटल में रुकावट, और भेजी गई लोकेशन
हत्या में इस्तेमाल की गई धारदार कुल्हाड़ी (डाव) Sonam Raghuwanshi ने गुवाहाटी से ऑनलाइन ऑर्डर करवाई। राज, विशाल चौहान और आकाश राजपूत नामक युवक 22 मई को इंदौर पहुंचे और सोनम के होमस्टे से एक किलोमीटर दूर एक होटल में रुके। लोकेशन की हर जानकारी सोनम ही देती रही। मोबाइल पर लगातार कॉल्स और चैट्स से वह टीम को निर्देश देती रही।
23 मई: फोटोशूट का बहाना और फिर कातिलाना चीख
सोनम ने राजा को कहा कि वे दोनों पहाड़ी इलाके में फोटोशूट करेंगे। वह उसे सुनसान स्थान तक लेकर गई, लेकिन खुद पीछे रुक गई। तभी तीनों आरोपी राजा से आगे निकले। जैसे ही एकांत मिला, सोनम चिल्लाई—“मार दो इसे!” और विशाल ने कुल्हाड़ी से राजा के सिर पर वार कर दिया। आकाश बाइक से निगरानी करता रहा।
हत्या के बाद 20 लाख का लालच और 15 हजार की नकद रिश्वत
जब हत्या से पहले युवक थककर मना करने लगे, तब सोनम ने कहा—“20 लाख दूंगी, लेकिन अब काम करना ही पड़ेगा।” उसने राजा के पर्स से 15 हजार रुपये निकालकर उन्हें मौके पर ही दे दिए। आरोपियों का लालच जाग उठा और उन्होंने हत्या कर डाली।
फरारी का फिल्मी प्लान—मोबाइल तोड़े, ट्रेन से वाराणसी रवाना
हत्या के बाद Sonam Raghuwanshi ने गुवाहाटी का रुख किया। वहीं से ट्रेन पकड़ी और शिलॉन्ग, वाराणसी होते हुए गाजीपुर चली गई। इस दौरान उसने अपने सारे मोबाइल फोन तोड़ दिए, ताकि पुलिस उसे ट्रैक न कर सके। पुलिस को भरमाने के लिए उसने सोशल मीडिया पर एक्टिविटी भी बंद कर दी।
सीसीटीवी, CDR और फिर प्रेमी की गिरफ्तारी ने किया पर्दाफाश
पुलिस ने जांच तेज की तो Sonam Raghuwanshi की लोकेशन, होटल में मौजूदगी और सीसीटीवी फुटेज मिल गए। फिर CDR से राज कुशवाह की कॉल डिटेल्स और लोकेशन निकाली गई। वह इंदौर में ही था, जिसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। जैसे ही सोनम को इसकी खबर मिली, उसे समझ आ गया कि अब उसके बचने की कोई गुंजाइश नहीं।
सरेंडर—एक ढाबे से हुआ अपराध कथा का क्लाइमैक्स
पुलिस के नजदीक आते ही सोनम ने यूपी के एक ढाबे में खुद को सरेंडर कर दिया। अब वह सलाखों के पीछे है, लेकिन यह केस न सिर्फ प्रेम, धोखे और लालच की खौफनाक मिसाल बन गया है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे शादी, एक नई शुरुआत होने की बजाय एक खूनी अंत में बदल सकती है।
ढाबे से किया गया एक कॉल बना कातिल पत्नी की गिरफ्तारी की वजह, ऐसे उजागर हुई हर साज़िश