अपहरण और दुष्कर्म के बाद किशोरी ने दी जान, पुलिस पर उठे गंभीर सवाल

सोनभद्र: दो दिनों तक अपहरणकर्ताओं के चंगुल में रही एक किशोरी ने घर लौटकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जिससे पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने शिकायत पर समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की।

Sonbhadra

Sonbhadra Crime: दो दिनों तक अपहरणकर्ताओं के चंगुल में रही एक किशोरी ने घर लौटकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जिससे पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं। घटना उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के बभनी थाना क्षेत्र की है। किशोरी का अपहरण सोमवार रात को हुआ था, जिसके बाद उसके पिता ने तुरंत Sonbhadra पुलिस को सूचना दी। हालांकि, परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और कोई कार्रवाई नहीं की। दो दिन बाद, बुधवार को किशोरी किसी तरह अपहर्ताओं के चंगुल से भागकर घर पहुंची। उसने अपने घरवालों को बताया कि उसे बंधक बनाकर रखा गया था और उसके साथ दुष्कर्म भी किया गया था। इस भयावह अनुभव के बाद डरी-सहमी किशोरी ने शुक्रवार सुबह अपने घर में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। इस दुखद घटना से पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया है।

पुलिस पर लापरवाही का आरोप

किशोरी के पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी के अपहरण की शिकायत के बावजूद पुलिस ने समय पर कार्रवाई नहीं की। उन्होंने बताया कि सोमवार की रात लगभग 11 बजे उनकी बेटी पानी लेने के लिए घर से बाहर निकली थी और उसके बाद गायब हो गई। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी और बेटी के अपहरण का आरोप लगाया। लेकिन, पुलिस ने मामले को हल्के में लिया, जिसके कारण अपहर्ता दो दिनों तक किशोरी को बंधक बनाकर रखे रहे।

भयावह आपबीती और आत्महत्या

दो दिन बाद, बुधवार की रात करीब 2:30 बजे किशोरी किसी तरह अपहरणकर्ताओं के चंगुल से भागकर घर पहुंची। उसने अपने माता-पिता को बताया कि चार लड़कों और एक महिला ने उसे अगवा किया था और एक कमरे में बंद कर रखा था। किशोरी ने यह भी बताया कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ था। इस भयावह घटना से वह बहुत सदमे में थी और ठीक से कुछ भी बता नहीं पा रही थी। बेटी की ऐसी हालत देखकर माता-पिता भी परेशान हो गए। अपने साथ हुई घटना और आरोपियों के डर से सहमी हुई किशोरी ने अंततः शुक्रवार की सुबह छत की बल्ली से फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। वह अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी।

कार्रवाई की मांग

किशोरी की मौत की खबर मिलने के बाद Sonbhadra पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उपनिरीक्षक शिवमूरत यादव ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। किशोरी के पिता ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती, तो शायद उनकी बेटी की जान बच सकती थी। इस घटना ने एक बार फिर से कानून व्यवस्था और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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