यूपी उपचुनावों में सपा ने कांग्रेस का साथ किया खेला…वादे से मुकरी SP, क्या टूटेगा गठबंधन?

उत्तर प्रदेश के फूलपुर विधानसभा उपचुनाव में सपा ने मोहम्मद मुजतबा सिद्दीकी को प्रत्याशी बनाकर कांग्रेस की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। कांग्रेस इस सीट को मांग रही थी, लेकिन सपा ने नामांकन दाखिल कर सीट पर अपनी मजबूत पकड़ साबित कर दी है।

Phulpur by-election

Phulpur by-election: उत्तर प्रदेश के फूलपुर विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। सपा ने मोहम्मद मुजतबा सिद्दीकी को प्रत्याशी घोषित कर दिया है और उन्होंने बुधवार को नामांकन दाखिल कर दिया। यह सीट कांग्रेस अपने खाते में चाहती थी और इसको लेकर दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं के बीच बातचीत भी चल रही थी। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से सीट के बंटवारे को लेकर चर्चा की थी, लेकिन सपा ने अपने कदम पीछे नहीं खींचे। अब जब सपा प्रत्याशी ने नामांकन फाइल कर दिया है, कांग्रेस के दावे पर विराम लग चुका है।

सपा के वरिष्ठ नेता नामांकन में शामिल

मोहम्मद मुजतबा सिद्दीकी के नामांकन दाखिल करने के दौरान सपा के कई वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहे। इनमें सपा के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज, विधायक संदीप पटेल, गीता पासी और विजमा यादव समेत कई अन्य नेता शामिल थे। सपा की इस सीट को लेकर अटकलें थीं कि वह इसे कांग्रेस के लिए छोड़ेगी, लेकिन सपा के इस फैसले ने यह संकेत दे दिया है कि पार्टी इस सीट पर अपना दावा नहीं छोड़ने जा रही है। इससे कांग्रेस के मझवां और फूलपुर सीट (Phulpur by-election) पर दावेदारी करने की उम्मीदों को झटका लगा है।

 

फूलपुर में सपा प्रत्याशी के नामांकन पर हंगामा

प्रयागराज के फूलपुर विधानसभा उपचुनाव (Phulpur by-election) में सपा प्रत्याशी मोहम्मद मुजतबा सिद्दीकी के नामांकन के दौरान हंगामा हो गया, जब सपा नेताओं ने नामांकन कक्ष में प्रवेश की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस पर सपा नेताओं और पुलिसकर्मियों के बीच जमकर कहासुनी हुई। सपा नेताओं का आरोप था कि उन्हें जानबूझकर रोका जा रहा है, जबकि पुलिस का कहना था कि केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया और बाद में हालात सामान्य हो गए। इसके बावजूद, सपा प्रत्याशी ने सफलतापूर्वक अपना नामांकन दाखिल कर दिया, लेकिन इस घटना ने चुनावी माहौल को गरमा दिया है।

मुजतबा सिद्दीकी ने अपनी जीत का दावा किया

नामांकन दाखिल करने के बाद मुजतबा सिद्दीकी ने कहा कि उन्हें सपा हाई कमान से कोई संदेश नहीं मिला है और वह उपचुनाव में पूरी तैयारी के साथ मैदान में हैं। उन्होंने अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि सपा को लोकसभा चुनाव में फूलपुर सीट पर 18 हजार वोटों की बढ़त मिली थी, जिससे इस बार का जीत का अंतर और बढ़ने की उम्मीद है। सिद्दीकी ने यह भी कहा कि उन्हें गठबंधन दलों का पूरा समर्थन प्राप्त हो रहा है और वह जनता के बीच महंगाई, बेरोजगारी और स्थानीय मुद्दों को लेकर जाएंगे।

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सपा और कांग्रेस के रिश्ते पर सवाल

इस घटनाक्रम के बाद सपा और कांग्रेस के बीच रिश्तों पर सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए सपा से गाजियाबाद और खैर सीटों के साथ फूलपुर (Phulpur by-election) की भी मांग की थी, लेकिन सपा ने फूलपुर पर अपने उम्मीदवार को उतार दिया। इससे गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। हालांकि, सपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इस मुद्दे पर बातचीत कर रहे हैं, लेकिन सपा के इस कदम ने गठबंधन की संभावनाओं को धक्का दिया है। अब देखना होगा कि इस फैसले के बाद कांग्रेस कैसे प्रतिक्रिया देती है और आगे की रणनीति क्या होगी।

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