लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। प्रयागराज महाकुंभ Prayagraj Mahakumbh के लिए बुधवार को दिन एक बड़ी त्रासदी भरा रहा। भोर पहर अचानक भगदड़ मच जाने के कारण 30 श्रद्धालुओं की मौत 30 devotees died हो गई, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हो गए। फिलहाल मेलाक्षेत्र में हालात ठीक हैं। भक्त संगम में डुबकी लगाकर नया रिकार्ड भी बनाया। इनसब के बीच महाकुंभ हादसे Mahakumbh accident को लेकर देर शाम सीएमयोगी आदित्यनाथ CM Yogi Adityanath पत्रकारों से वार्ता करते हुए भावुक हो गए। घटना का जिक्र करते हुए उनका गला रुंध गया और आंखें नम हो गईं।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, संगमनगरी में प्रयागराज महाकुंभ Prayagraj Mahakumbh का शंखनाद 13 जनवरी को हो गया था। मौनी अमवस्या के दिन संगम तट पर मंगलवार की सुबह से भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। एक अनुमान के मुताबिक 29 जनवरी को 8 से 9 करोड़ भक्त तीर्थराज पहुंचे। भोर पहर अचानक भगदड़ मच जाती है। जिसके कारण 30 devotees died श्रद्धलुओं की कुचल कर मौत हो गई। करीब 60 से अधिक लोग घायल हो गए। हादसे के बाद से सीएम योगी आदित्यनाथ CM Yogi Adityanath प्रयागराज मेला Prayagraj Mahakumbh प्रशासन के संपर्क रहे। मेला प्रशासन ने हालात पर काबू पाया और स्नान को फिर से शुरू करा दिया गया।
गहराई से पड़ताल की जाएगी
महाकुंभ हादसे Mahakumbh accident के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ CM Yogi Adityanath बुधवार की देरशाम मीडिया से मुखातिब हुए। सीएम योगी ने कहा कि, भारी भीड़ और बैरिकेड्स टूटने के कारण यह दुखद हादसा हुआ।“ मुख्यमंत्री CM Yogi Adityanath ने हादसे Mahakumbh accident की न्यायिक जांच judicial investigation के आदेश देते हुए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया। इस आयोग के अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार होंगे, जबकि पूर्व डीजी वी.के. गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डी.के. सिंह को आयोग में शामिल किया गया है। यह आयोग एक समय सीमा के अंदर अपनी रिपोर्ट देगा। पुलिस भी मामले की जांच करेगी और हादसे के कारणों की गहराई से पड़ताल की जाएगी।
भविष्य में ऐसी त्रासदी दोबारा न हो
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि, गुरुवार को मुख्य सचिव और डीजीपी भी प्रयागराज जाकर घटना की समीक्षा करेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरी चिंता जताते हुए कहा, प्रशासन ने कई दौर की समीक्षा बैठकें की थीं, फिर भी यह हादसा कैसे हुआ?। इसकी गहन जांच होगी। सरकार ने मृतकों के परिवारों को 25-25 रूपए लाख की सहायता राशि देने की भी घोषणा की है। घटना का जिक्र करते हुए सीएम योगी भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि इतनी तैयारियों के बावजूद यह हादसा बेहद दुखद है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी त्रासदी दोबारा न हो।
इसके चलते हुए हुआ हादसा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंगलवार शाम 7 बजे से ही काफी बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन प्रयागराज पहुंचकर स्नान भी कर रहे थे और काफी बड़ी संख्या में ब्रह्म मुहूर्त का भी इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान अखाड़ा मार्ग पर संगम तट पर यह हादसा हुआ। यह हादसा भारी भीड़ के द्वारा अखाड़ा मार्ग के बैरिकेड्स को तोड़ने और उसके बाद उससे कूदकर जाने के कारण हुआ है, जिसमें 30 लोगों की मृत्यु हुई है। 36 घायलों का प्रयागराज में उपचार चल रहा है। शेष घायलों को उनके परिवार से सदस्य लेकर चले गए हैं।
और एक सबक भी हैं
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज में बुधवार को 8 करोड़ से अधिक लोगों का दबाव था। यद्यपि अगल बगल के जनपदों मिर्जापुर, भदोही, प्रतापगढ़, फतेहपुर, कौशांबी, में भी होल्डिंग एरिया बनाकर श्रद्धालुजनों को रोका गया था, जिन्हें अखाड़ों का अमृत स्नान संपन्न होने के बाद रिलीज किया गया है। रेलवे स्टेशनों पर भी लगातार दबाव बना रहा। रेलवे ने भी इस दौरान रूटीन और मेला स्पेशल को मिलाकर लगभग 300 से अधिक ट्रेनें चलाई हैं। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने भी 8000 से अधिक बसें संचालित की हैं। ये सभी घटनाएं मर्माहत करने वाली भी हैं और एक सबक भी हैं, लेकिन हादसे की तह में भी जाने की आवश्यकता है।