उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और अशरफ की कब्र पर तिरंगा चढ़ाने के बाद अब शेर बताया जा रहा है। अतीक को शेर बताने वाला युवक प्रयागराज में नंबर टेकरी करता है और बस संचालक बताया जा रहा है। उसे नदेसर के गड़हिया पोखरा स्थित उसके घर से कैंट पुलिस ने गुरुवार की रात गिरफ्तार किया है।
जानिए क्या है पूरा मामला
बता दें कि वाराणसी में नदेसर के गड़हिया पोखरा निवासी मो. आलम उर्फ मोनू पहलवान ने अपने फेसबुक आईडी पर एक स्टोरी शेयर की है। इसमें उसने लिखा कि पिंजरें में कैद शेर का शिकार किया है कभी खुले शेर का शिकार करना। तुम्हारी नस्लें तक तबाह हो जाएंगी। स्टोरी में उसने अतीक और अशरफ की तस्वीर भी लगाई है। साथ ही दोनों का नाम लिखते हुए रिप लिखकर रोने की इमोजी लगाया है। इसका स्क्रीन शॉट एक यूजर ने कमिश्नरेट पुलिस को भेजते हुए शिकायत कर दी। रात में ही हरकत में आई पुलिस ने मो. आलम को नदेसर से गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस ने बताया कि वह प्रयागराज में नंबर टेकर है। पार्टनरशिप में बस भी चलवाता है। पुलिस ने शांति भंग में उसका चालान किया है। साथ ही उससे पूछताछ का जा रही है।
माफिया अतीक अहमद और अशरफ की कब्र पर चढ़ाया था तिरंगा
आपको बता दें कि अभी हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हुआ था। जिसमें एक आदमी ने माफिया अतीक अहमद और अशरफ की कब्र पर तिरंगा चढ़ाया था और उन्हें शहीद बताया था। इसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया था. राजकुमार ने कहा था कि अतीक अहमद ने शहादत पाई है इसलिए उनके शव पर तिरंगा रखा जाना चाहिए। उन्होंने सीएम योगी के इस्तीफे की मांग भी की थी। वहीं राजकुमार को निष्कासित करने के बाद कांग्रेस ने कहा था कि यह उनका निजी मामला है और पार्टी का इसे कुछ लेना देना नहीं है। बता दें कोर्ट ने राजकुमार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ भी कार्यवाई होगी। साउथ मलाका निवासी राजकुमार उर्फ रज्जू ने बुधवार को अतीक-अशरफ की कब्र पर तिरंगा चढ़ाया था। राजकुमार ने अतीक-अशरफ को भारत रत्न के साथ ही शहीद का दर्जा देने की मांग की थी।