Sultanpur : यूपी के सुल्तानपुर के कोतवाली के महुआरिया इलाके में लोगों को ईसाई धर्म में शामिल करने के आरोप में पुलिस ने दो पादरियों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और दोनों को जेल भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। कोतवाली थाना के प्रभारी प्रशांत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि कोतवाली नगर के महुआरिया इलाके से सूचना मिली थी के वहा कुछ पादरी लोगों का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश कर रहे है।
सूचना मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की, इस दौरान पुलिस ने साल्विन और सैनी नाम के दो पादरियों को पकड़ा है , जो ईसाई धर्म का प्रचार कर लोगों का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने इन पर उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3, 5, 1 के तहत मामला दर्ज किया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जारी है।
स्थानीय संगठन का विरोध
घटना का विरोध करते हुए राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी के अध्यक्ष सर्वेश सिंह ने कहा, “मुझे सूचना मिली कि कुछ हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। मौके पर पहुंचने पर देखा कि लोग बाइबिल हाथ में लेकर प्रार्थना कर रहे थे। कुछ हिंदू महिलाएं भी ईसा मसीह के गुणगान में लगी हुई थीं। जब मैंने उनसे पूछा कि क्या हिंदुओं के देवी-देवता नहीं होते, तो वहां मौजूद लोग मुझसे उलझने लगे और सभी मेरी जान पर बन आये। किसी तरह बचकर मैंने पुलिस को इस मामले सूचना दी।”
पैसे का लालच देकर धर्म परिवर्तन का आरोप
सर्वेश सिंह ने आरोप लगाया कि ईसाई धर्म के प्रचारक लोगों को पैसे का लालच देकर बाइबल पढ़ने और धर्मांतरण करने के लिए प्रेरित कर रहे थे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और दोनों पादरियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस की जांच जारी
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार दोनों पादरियों का संबंध केरल से है, और इनके नेटवर्क की जड़ें (Sultanpur) जिले के कई हिस्सों तक फैली हुई हैं। उत्तर प्रदेश में बढ़ती धर्मांतरण की घटनाओं को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क है और इस मामले की जांच कर रहे है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, प्रदेशभर में गरीब हिंदुओं को आर्थिक मदद देकर धर्म परिवर्तन कराने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिन्हें रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।