Sultanpur news: यूपी के सुल्तानपुर में शुक्रवार को एक सनसनीखेज वारदात होते-होते बच गई। बिकरू कांड की याद दिलाने वाली इस घटना में वारंटी को पकड़ने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने अचानक हमला कर दिया। दबिश देने गई टीम पर ईंट-पत्थर बरसाए गए, जिससे दारोगा और सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हमला उस वक्त हुआ जब पुलिस द्वारिकागंज क्षेत्र में एक पुराने वारंटी कपिल देव सिंह की तलाश में उसके गांव पहुंची थी। हमले की खबर मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर भेजा गया और कुछ महिलाओं को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई। घटना ने 2020 के कुख्यात बिकरू कांड की यादें ताजा कर दी हैं, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।
वारंटी की तलाश में गई पुलिस टीम पर हमला, दो घायल
Sultanpur के गोसाईगंज थाना क्षेत्र स्थित सुदनापुर गांव में शुक्रवार सुबह उस वक्त तनाव फैल गया, जब Sultanpur पुलिस एक वारंटी को पकड़ने पहुंची। द्वारिकागंज चौकी प्रभारी द्रिवेश त्रिवेदी के नेतृत्व में टीम जैसे ही आरोपी कपिल देव सिंह के घर पहुंची, वैसे ही ग्रामीणों ने अचानक ईंट-पत्थर से हमला बोल दिया। हमले में दारोगा त्रिवेदी और सिपाही शिवम गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस बल तैनात, कुछ महिलाएं हिरासत में
घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष राम आशीष उपाध्याय भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है। आरोपी की तलाश जारी है, जबकि कुछ महिलाओं को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। थानाध्यक्ष ने बताया कि इस हमले को गंभीरता से लिया गया है और FIR दर्ज कर ली गई है।
बिकरू कांड की दिला दी याद
यह वारदात कानपुर के बिकरू कांड की भयावहता की याद दिला गई, जब जुलाई 2020 में दबिश देने गई पुलिस टीम पर गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथियों ने हमला कर दिया था। उस घटना में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। हालांकि सुल्तानपुर की घटना में कोई जानहानि नहीं हुई, लेकिन जिस तरह अचानक हमले की योजना बनाई गई, उससे साफ है कि आरोपी पहले से तैयार था।
सख्त कार्रवाई के निर्देश
Sultanpur के बाद स्थानीय प्रशासन सतर्क हो गया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने गांव में कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। मामले की जांच तेज़ कर दी गई है और जल्द ही मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है। पुलिस ने साफ किया है कि कानून से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।