लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के बिजनौर में शातिर ‘नटवरलाल’ ने बॉलीवुड एक्टर्स की तिजोरी साफ करने का सनसनीखेज प्लान तैयार किया था। आरोपी ने गली-मोहल्ले के दोस्तों के साथ एक गैंग बनाई। इसके बाद मुम्बई तक अपना नेटवर्क फैलाया। बालीवुड के एक्टर्स के घरों के पास गैंग के लोग कमरा लेकर रहने लगे और छोटे कालाकारों पर नजर बनानी शुरू की। पहले दोस्ती करते फिर कार्यक्रम के जरिए उन्हें यूपी के शहरों में बुलाते। इसके बाद उनका अपहरण का फिरौती वसूलते। कॉमेडियन सुनील पाल और अभिनेता मुश्ताक खान अपहरण के बाद पुलिस एक्शन में आई और गैंग के चार आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। जबकि मुख्यारोपी लवी पाल अभी भी फरार है।
इन एक्टर्स का किया अपहरण
लवी पाल का बचपन बिजनौर की गलियों में गुजरा। लवी बॉलीवुड फिल्मों का दीवाना था। अपने दोस्तों के साथ वह अधिकतर रीलीज हुई फिल्म को देखने जाया करता था। तभी लवी के खुराफाती दिमाग में नया प्लान आया। शातिर ने बिजनौर की गली मोहल्ले के अधिकांश कम पढ़े लिखे दोस्तों का गिरोह बना लिया। इसके बाद पाल ने मुंबई के बॉलीवुड तक अपनी गैंग का नेटवर्क फैला दिया। आरोपी छोटे कलाकारों को कार्यक्रम में आमंत्रित कर दिल्ली एयरपोर्ट बुलाते और उन्हें अगवा कर दो से पांच लाख रुपये तक की फिरौती वसूल लेते थे। गिरोह ने अभिनेता अरुण बख्शी, राजेश पुरी, मुश्ताक, सुनील पाल को अगवा कर वसूली की। अगला नंबर अभिनेता शक्ति कपूर के अलावा दूसरे अन्य एक्टर्स थे।
लवी की गैंग से जुड़ा शशांक
गिरोह का मास्टरमाइंड लवी पाल अपनी पत्नी गुड्डी के साथ मुंबई में गया था। लवी पाल के पिता जयपाल की 20 साल पहले मौत हो गई थी। मां और चाचा ने उसकी परवरिश की। वह बहुत शातिर है और बचपन से ऊंचे सपने देखकर लोगों को ठग लेता था। लवी पाल ने परिवार के लोगों को भी धोखा दिया। वर्ष 2016 में लवी पाल मुंबई में घूमने चला गया, जहां पर करीब दो-तीन महीने रुका। इस दौरान उसकी मुलाकात बॉलीवुड के कई कलाकारों से हुई। शुरुआत में लवी पाल के गैंग में आजिम, सबीउद्दीन, अर्जुन और एक रिश्तेदार था। 6 माह पूर्व जनकपुरी गाजियाबाद निवासी शशांक से लवी पाल की मुलाकात हुई और गैंग में बीएएलएलबी पास की एंट्री हुई। इसके बाद गैंग ने बड़े कलाकारों को अगवा करने की लिस्ट तैयार कर ली गई।
शक्ति कपूर का करना था अपहरण
आरोपियों ने फिल्म अभिनेता अरुण बख्शी को दिल्ली बुलाया था। रिसीव कर अपहरण कर लिया। लेकिन किसी वजह से आरोपी उन्हें वापस दिल्ली छोड़ आए थे। मुश्ताक, सुनील के बाद अभिनेता शक्ति कपूर को भी अपहरण करने की योजना बनाई। इवेंट में शक्ति कूपर को आमंत्रित कर दिया था, लेकिन एडवांस फीस ज्यादा होने की वजह से बात नहीं बनी थी। हालांकि बातचीत का सिलसिला अभी जारी था। मेरठ व बिजनौर पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने फर्जी इवेंट कंपनी की आगे एक साल की योजना के बारे में बताया है। कलाकार भी बदमाशों से छुटकारा पाने के बाद पुलिस को घटनाक्रम के बारे में नहीं बताते थे। यही वजह है कि फर्जी इवेंट कंपनी का नेटवर्क बढ़ता चला गया।
और नहीं बल्कि लवी पाल ही है
बिजनौर एसपी ने बताया कि अभिनेताओं को फोन करने वाला राहुल सैनी कोई और नहीं बल्कि लवी पाल ही है। उसका नाम लवी चौधरी है, वह अपना नाम सुशांत और हिमांशू भी बताता है। सुशांत के नाम से उसने सभासद पद का चुनाव लड़ा था। आरोपी शशांक अभिनेताओं की बुकिंग होने के बाद उनके लिए फ्लाइट के टिकट बुक करता था। फिरौती वसूलने के बाद भी आरोपी एयर टिकट के पैसे देकर अभिनेता को वापस भेजते थे। लवी ने गिरोह के अन्य सदस्यों को बता रखा था कि शशांक पुलिस में है। अजीम मोबाइल सर्विस की दुकान पर काम करता था। पुलिस के मुताबिक, गैंग के टारगेट पर अन्य एक्टर्स भी थी। गैंग के सदस्यों ने कई कलाकारों के अपहरण की योजना बनाई हुई थी।
रिस्क कम पैसा ज्यादा
लवी और उसके गैंग ने पुलिस को बताया कि बॉलीवुड के एक्टर्स के अपहरण में रिस्क कम था और पैसे ज्यादा। इसी के कारण हमने अपना पूरा फोकस एक्टर्स पर किया। मुम्बई में गैंग के गुर्गे रूकते। एक्टर्स से दोस्ती बनाते। फिर फर्जी कार्यक्रम के जरिए उन्हें अपनी जाल में फंसाते। कुछ रकम कलाकारों को दे देते। इसके बाद हवाई टिकट की व्यवस्था करवाते। एक्टर्स जैसे ही उनके बताए शहर में आते और कार में सवार होते, वैसे ही शातिर उनका अपहरण कर तत्काल फिरौती की रकम ऑनलाइन खातें में मंगवा लेते। इसके बाद ज्योलरी शोरूम में जाकर जेवरात खरीद कर फरार हो जाया करते थे।