उन्नाव मामला: कुलदीप सेंगर को सुप्रीम कोर्ट से झटका, बेटी इशिता का छलका दर्द

उन्नाव दुष्कर्म मामले में दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा कुलदीप सेंगर की सजा पर रोक और सशर्त जमानत के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया है। इस आदेश के बाद सेंगर की छोटी बेटी इशिता ने भावुक होकर न्याय प्रणाली पर सवाल उठाए हैं।

Kuldeep Singh Sengar

Unnao case: 2017 के चर्चित उन्नाव दुष्कर्म मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। हाल ही में दिल्ली हाई कोर्ट ने सेंगर की उम्रकैद की सजा को निलंबित करते हुए उन्हें सशर्त जमानत दी थी, जिसके खिलाफ सीबीआई ने शीर्ष अदालत में याचिका दायर की थी। सोमवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी, जिसका अर्थ है कि सेंगर फिलहाल जेल में ही रहेंगे। इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए सेंगर की छोटी बेटी इशिता सेंगर ने सोशल मीडिया पर एक भावुक और लंबा पोस्ट साझा किया है। उन्होंने अपनी पोस्ट में “पहचान के कारण भेदभाव” और 8 साल के लंबे इंतजार के बाद टूटे भरोसे का जिक्र किया है।

मुख्य बातें: क्या है पूरा मामला?

Unnao case मामले की गंभीरता और कानूनी पेच को समझने के लिए नीचे दिए गए बिंदुओं को देखें:

मुकेश सेंगर का बयान (मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार)

कुलदीप सेंगर के भाई मुकेश सेंगर ने इस कानूनी लड़ाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उनका परिवार न्यायपालिका का सम्मान करता है, लेकिन वे इस फैसले से बेहद आहत हैं। मुकेश सेंगर का कहना है कि, “हम पिछले कई सालों से इस लड़ाई को लड़ रहे हैं और हमें उम्मीद थी कि हाई कोर्ट के फैसले के बाद हमें कुछ राहत मिलेगी। सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमारे लिए एक बड़े झटके की तरह है, लेकिन हम कानून की प्रक्रिया का पालन करेंगे और अपना पक्ष मजबूती से रखेंगे।”

आगे क्या होगा?

सुप्रीम कोर्ट ने Unnao case कुलदीप सेंगर को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है। अगली सुनवाई में ‘लोक सेवक’ की कानूनी परिभाषा और सजा के निलंबन पर विस्तार से चर्चा होगी। फिलहाल, सेंगर जेल में ही रहेंगे क्योंकि वह पीड़िता के पिता की कस्टोडियल डेथ मामले में भी 10 साल की सजा काट रहे हैं।

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