उन्नाव ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में पेशे से राजमिस्त्री पति ने अवैध शक के चलते पति की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी ने पत्नी का सिर फावड़े से अलग कर दिया। फरार होने के बजाए उसने खुद पुलिस को फोनकर मौके पर बुलाया। पुलिस आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंची और कातिल को अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने महिला के भाई की तहरीर पर पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच शुरू कर दी है।
मामला अचलगंज थालाक्षेत्र स्थित गौरी त्रिभानपुर का है। यहां होरीलाल लोधी अपनी पत्नी शांति के साथ रहता था। होलीलाल पेश से राजमिस्त्री था। साथ ही खेती-किसनी भी करता था। होरीलाल ने बताया कि बृहस्पतिवार की शाम करीब पांच बजे पत्नी शांति को काम के बहाने घर से डेढ़ किलोमीटर दूर खेत में ले गया। उसने खेत की जोताई के लिए लकड़ियां हटाने के लिए कहा। इस पर शांति लकड़ी बीन रही थी। होरीलाल ने पत्नी से कुछ बातें पूछीं तो उसने गोलमोल जवाब दिया। जिसे सुनकर होरीलाल आगबबूला हो गया।
होरीलाल ने पुलिस को बताया, उसे पति पर शक था। पति किसी युवक से प्यार करती थी। कईबार मैंने उससे अवैध संबंध को लेकर बात की, लेकिन हरबार वह गोलमोल जवाब देती। आरोपी ने बताया कि पत्नी ने बुधवार को मुझसे कहा कि जिस दिन पकड़ लेना तब कोई आरोप लगाना। होरीलाल ने पुलिस को बताया कि इसी के बाद उसने पत्नी को मारने का प्लान बना डाला। उसे खेत में लेकर गया और सिर पर फावड़ा मार दिया। जमीन पर गिरते ही गर्दन पर दूसरा वार कर हत्या कर दी। आरोपी ने पत्नी का सिर धड़ से अलग कर दिया।
होरीलाल मौके से भागने के बजाए वहीं बैठा रहा। पुलिस को सूचना दी। हत्याकांड की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और होरीलाल को अरेस्ट कर लिया। वहीं शांति की हत्या की सूचना पर देर शाम बहन राधा, मां जानकी और मायके के अन्य लोग थाने पहुंचे और हंगामा किया। बहन राधा ने आरोप लगाया कि होरीलाल बहन पर बेवजह शक करता था। आए दिन पीटता था लेकिन बहन ने कभी पुलिस से शिकायत नहीं की। आक्रोशित परिजन पुलिस से आरोपी को सामने लाने की मांग करने लगे। इसे लेकर काफी देर तक विवाद चलता रहा। पुलिस ने किसी तरह से शांति के परिवारवालों को शांत करवाया।
मृतका के भाई ने बताया कि आरोपी बहनोई की मां बीमार चल रही हैं। वह कानपुर के हैलट अस्पताल में भर्ती हैं। शांति की बहन जो कानपुर के हैलट अस्पताल में काम करती है ने बताया कि बहनोई होरीलाल (हत्यारोपी) की मां रामावती के ब्रेन (दिमाग) में बीमारी थी। इलाज के लिए 10 दिन पहले हैलट में भर्ती कराया था। बच्चों सहित मायके सदर कोतवाली की शराब मिल कॉलोनी में रह रही शांति को सास की बीमारी की जानकारी हुई तो वह मायके से ही रोज सास की देखभाल के लिए हैलट जाती थी। मां रामावती की बुधवार को अस्पताल से छुट्टी होने की जानकारी पर होरीलाल, पत्नी व बच्चों को पांच दिन पहले घर ले आया था।
मृतका की बहन राधा ने बताया कि आए दिन मारपीट के कारण वह लोग शांति को ससुराल भेजने को तैयार नहीं थे लेकिन सास की बीमारी के चलते भेज दिया था। राधा ने बताया कि बुधवार को सास की छुट्टी होने पर वह भाई चंद्रशेखर के साथ उन्हें खुद गांव लेकर आई थी। लौटते समय भाई चंद्रशेखर की बाइक, छुट्टा मवेशी से टकरा गई थी, इससे उसके पैर में चोट है। शांति सात भाई-बहनों में दूसरे नंबर की थी। घर में चारपाई पर लेटी बीमार रामावती को शाम करीब 6रू30 बजे पता चला कि बेटे होरीलाल ने बहू शांति की हत्या कर दी है तो वह बेहाल हो गईं। वहीं मां की मौत और पिता के गिरफ्तार होने के बाद पांच बच्चों में दिपाली, दिव्या, श्रृद्धा, सत्यम और रुद्र बेसहारा हो गए हैं।
दिपाली और दिव्या ने बताया कि पिता आए दिन मां को पीटते थे। परेशान होकर हम लोग मामा के यहां चले जाते थे। मृतका की बेटी ने बताया कि पापा शराब पीकर आते। मां को बेवफा कहा करते। मां पर तंज कसते। मृतका की मां जानकी ने कहा कि बच्चों की देखभाल करेंगी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी पर केस दर्ज करते हुए उसे जेल भेज दिया है। आरोपी ने खुद हत्या करने की बात कबूल कर ली है।









