UP Abhyudaya Yojana Scam: उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत कोर्स कोआर्डिनेटरों की भर्ती प्रक्रिया में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए आउटसोर्सिंग कंपनी ‘अवनि परिधि एनर्जी एंड कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड’ और दोषी आवेदकों के खिलाफ लखनऊ के गोमती नगर थाने में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। जांच में पता चला कि इस पद के लिए यूपी पीसीएस मुख्य परीक्षा (PCS Mains) उत्तीर्ण होना अनिवार्य था, लेकिन कंपनी ने नियमों को ताक पर रखकर अपात्र लोगों को नियुक्त कर दिया। जांच किए गए 69 अभ्यर्थियों में से केवल 21 ही मानकों पर खरे उतरे, जबकि बाकी फर्जी दस्तावेजों के सहारे पद पर बने हुए थे।
प्रमुख बिंदु: भर्ती में बरती गई अनियमितताएं
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पात्रता का उल्लंघन: कोर्स कोआर्डिनेटर पद के लिए यूपी पीसीएस मुख्य परीक्षा पास करना जरूरी था। कई ऐसे लोग नियुक्त हुए जो यह परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर सके थे।
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फर्जी दस्तावेज: अपात्र अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिलाने के लिए जाली और कूटरचित दस्तावेजों का सहारा लिया गया।
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जांच का दायरा: विभाग ने कुल 69 अभ्यर्थियों की जांच की, जिसमें से 48 अभ्यर्थी अपात्र पाए गए।
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प्रशासनिक कार्रवाई: दोषी कंपनी के खिलाफ षड्यंत्र और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। साथ ही, उन अधिकारियों की भी जांच होगी जिन्होंने दस्तावेजों का सत्यापन किया था।
भविष्य के लिए कड़े कदम
मंत्री असीम अरुण ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में सभी आउटसोर्सिंग भर्तियों के लिए पुलिस और डॉक्युमेंट वैरिफिकेशन को अनिवार्य बना दिया गया है। वर्तमान में कार्यरत सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का भी नए सिरे से सत्यापन कराया जाएगा ताकि विभाग की पारदर्शिता बनी रहे।
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