UP aided college vacancy: उत्तर प्रदेश के एडेड माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक बनने का सपना देख रहे लाखों युवाओं के लिए बड़ी राहत की खबर सामने आई है। करीब 30,000 पदों पर TGT और PGT शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया का रास्ता अब पूरी तरह साफ हो गया है। शिक्षा निदेशालय और उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने अधियाचन प्रारूप को अंतिम रूप दे दिया है, जिससे अब विषयवार पदों का विवरण जल्द ही ई-अधियाचन पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। आयोग की अध्यक्ष डॉ. कीर्ति पांडेय ने स्पष्ट किया है कि TGT और PGT परीक्षाएं 15 दिनों के अंतराल पर कराई जाएंगी। इससे लंबे समय से इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों में उम्मीद जगी है।
अधियाचन फाइनल, पोर्टल पर जल्द आएंगे पदों के विवरण
प्रयागराज में आयोजित बैठक में यह तय किया गया कि शिक्षा निदेशालय ने अधियाचन को अंतिम रूप दे दिया है और अब तकनीकी खामियों को दूर करने के बाद अगस्त में ई-अधियाचन पोर्टल एक्टिव कर दिया जाएगा। अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक सुरेंद्र कुमार तिवारी ने जानकारी दी कि विषयवार और आरक्षणवार पदों की पूरी जानकारी पोर्टल पर सार्वजनिक की जाएगी। इसके बाद भर्ती प्रक्रिया की विधिवत शुरुआत हो जाएगी।
TGT के 24,000 और PGT के 6,000 पद होंगे शामिल
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग इन UP aided college पदों पर भर्ती की जिम्मेदारी निभाएगा। TGT के लगभग 24,000 और PGT के 6,000 पदों पर भर्ती प्रस्ताव आयोग को मिलते ही विज्ञापन जारी किया जाएगा। आवेदन प्रक्रिया से लेकर परीक्षा आयोजन तक पूरा चक्र 4 से 5 महीनों में पूरा करने की योजना है। आयोग की कोशिश है कि TGT और PGT की परीक्षाएं सिर्फ 15 दिनों के अंतराल पर संपन्न हो जाएं।
TGT-2022 और PGT परीक्षा की तारीख जल्द
तीन वर्षों से लंबित UP aided college परीक्षाओं को लेकर बड़ी घोषणा हुई है। TGT-2022 की परीक्षा तिथि एक सप्ताह के भीतर घोषित की जाएगी, जबकि PGT परीक्षा अगस्त के अंत में संभावित है। आयोग की अध्यक्ष डॉ. कीर्ति पांडेय ने बताया कि शासन से एक अंतिम मार्गदर्शन मिलने के बाद ही परीक्षा तिथियां जारी होंगी। TGT के 3539 पदों पर 9 लाख और PGT के 624 पदों पर 4.64 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।
अभ्यर्थियों के दबाव में हरकत में आया आयोग
तीन साल से UP aided college परीक्षा का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों का मनोवैज्ञानिक, पारिवारिक और आर्थिक दबाव अब चरम पर है। संघर्षरत प्रतियोगियों और छात्र नेताओं के दबाव के चलते आयोग हरकत में आया है। प्रतियोगी नेता विक्की खान ने कहा कि अधियाचन लेने से ज्यादा बहादुरी समय से परीक्षा कराना है। आयोग अब तक TGT और PGT की पुरानी परीक्षाएं भी नहीं करा सका है, जिससे हजारों अभ्यर्थी ओवरएज होने के कगार पर हैं।