UP Anti-Drugs Drive: मुख्यमंत्री ने ANTF को आधुनिक संसाधनों से लैस करने के दिए निर्देश,तस्करों पर कड़ी कार्रवाई का संदेश

मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में एएनटीएफ को आधुनिक उपकरण, डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम और स्थायी मैनपॉवर देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संसाधन मजबूत होने से कार्रवाई तेज होगी और ड्रग नेटवर्क को खत्म करने में बड़ा असर दिखेगा।

CM Orders Modernisation of ANTF:मुख्यमंत्री ने बुधवार को एएनटीएफ की समीक्षा बैठक में कहा कि फोर्स के लिए बनाए गए सभी छह प्रस्तावित थानों और आठ यूनिटों में निरीक्षक, उपनिरीक्षक, कंप्यूटर ऑपरेटर और आरक्षियों सहित आवश्यक कर्मचारियों की स्थायी तैनाती तुरंत सुनिश्चित की जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि टीम को आधुनिक उपकरण, डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम और नई तकनीकी सुविधाओं से सुसज्जित किया जाए, ताकि कार्रवाई तेज और ज्यादा सटीक हो सके। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि इन थानों के लिए न्यायालय आवंटन की प्रक्रिया बिना किसी देरी के पूरी की जाए। उनका मानना है कि इससे मामलों की सुनवाई तेजी से हो सकेगी और अपराधियों पर तुरंत कार्रवाई संभव होगी। उन्होंने यह भी कहा कि फोर्स के सभी थानों के लिए स्थायी भवन बनाना जरूरी है, ताकि कामकाज व्यवस्थित और प्रभावी तरीके से हो। उन्होंने बैठक में बताया कि बेहतर संरचना, पर्याप्त संसाधन और प्रशिक्षित मानवबल मिलने के बाद एएनटीएफ की कार्रवाई और अधिक प्रभावी होगी। इससे प्रदेश में फैले ड्रग नेटवर्क को जड़ से खत्म करने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा।

नशे के खिलाफ अभियान तेज

बैठक में अधिकारियों ने बताया कि एएनटीएफ के गठन के बाद राज्य में नशे के खिलाफ अभियान में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की गई हैं। वर्ष 2023 से 2025 के बीच कुल 310 मुकदमे दर्ज किए गए, 35,313 किलो अवैध मादक पदार्थ बरामद किए गए और 883 तस्करों को गिरफ्तार किया गया। जब्त की गई सामग्री की कीमत 343 करोड़ रुपये से अधिक बताई गई है।

समीक्षा में यह भी जानकारी दी गई कि बीते तीन वर्षों में बड़े ड्रग नेटवर्क और माफियाओं के खिलाफ लगातार अभियान चलाया गया। इसी दौरान 2,61,391 किलो अवैध नशीले पदार्थों का नियमों के तहत विनष्टीकरण किया गया, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 775 करोड़ रुपये है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि नशीले पदार्थों के निस्तारण की प्रक्रिया नियमित और पारदर्शी तरीके से जारी रहनी चाहिए।

नशे के खिलाफ अभियान,समाज की सामूहिक जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई केवल कानून-व्यवस्था का मुद्दा नहीं, बल्कि पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। परिवार, स्कूल, कॉलेज, सामाजिक संगठन और प्रशासन सबको मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि नशा युवाओं तक न पहुंचे। उन्होंने कहा कि तस्करों को यह साफ संदेश मिलना चाहिए कि उत्तर प्रदेश में अवैध ड्रग कारोबार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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