Azamgarh जिला समाज कल्याण अधिकारी की आत्महत्या से इलाके में शोक, पारिवारिक विवाद को माना प्रमुख कारण

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के जिला समाज कल्याण अधिकारी आशीष कुमार सिंह ने प्रतापगढ़ के पूरे केशवराय गांव में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पारिवारिक विवाद के बाद यह कदम उठाया गया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

Azamgarh

Azamgarh News: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के समाज कल्याण अधिकारी आशीष कुमार सिंह (40) ने प्रतापगढ़ के अपने पैतृक गांव में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आशीष सिंह बीते शनिवार छुट्टी पर घर आए थे और बुधवार सुबह पत्नी से फोन पर हुई बहस के बाद यह दुखद कदम उठाया। घटना नगर कोतवाली क्षेत्र के पूरे केशवराय गांव में हुई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है। परिवार और स्थानीय लोगों के अनुसार, पिछले कुछ महीनों से आशीष और उनकी पत्नी के बीच अनबन चल रही थी। उनकी अचानक मौत से गांव और आसपास के क्षेत्रों में शोक और स्तब्धता का माहौल है।

प्रतापगढ़ जिले के पूरे केशवराय गांव में आशीष कुमार सिंह की आत्महत्या ने इलाके में शोक की लहर फैला दी है। जानकारी के अनुसार, आशीष सिंह आजमगढ़ में जिला समाज कल्याण अधिकारी (विकास) के पद पर तैनात थे। वे शनिवार को छुट्टी लेकर अपने पैतृक गांव आए थे और गुरुवार सुबह ड्यूटी पर जाने वाले थे।

Sepsis: छोटे से संक्रमण का बड़ा जानलेवा खतरा,जानिए सेप्सिस क्या है, कैसे इसको पहचानें और इससे बचे

पुलिस और परिवारिक सूत्रों के अनुसार, आशीष की पत्नी पिछले तीन महीनों से सुल्तानपुर के मायके में रह रही थी। बुधवार सुबह दोनों के बीच फोन पर हुई तीखी बहस के बाद आशीष ने कमरे में जाकर फांसी लगा ली। परिजन जब लंबे समय तक आशीष की कोई हलचल नहीं पाई तो कमरे का दरवाजा खोला, जहां उनका शव फंदे पर लटका हुआ मिला।

पृष्ठभूमि के अनुसार, आशीष सिंह ने लगभग दो साल पहले PCS परीक्षा पास की थी और आजमगढ़ में समाज कल्याण अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। इससे पहले वे बेसिक शिक्षा विभाग में खंड शिक्षा अधिकारी के पद पर तैनात थे। उनकी शादी लगभग 10 साल पहले सुल्तानपुर की महिला से हुई थी और उनका पांच साल का बेटा भी है।

Azamgarh पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए परिजनों और अन्य संबंधित लोगों से पूछताछ की जा रही है।

स्थानीय लोग आशीष को मेहनती और काबिल अधिकारी मानते थे। उनकी आत्महत्या से गांव और आसपास के क्षेत्र में शोक का माहौल है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में आशीष सिंह ने आजमगढ़ में समाज कल्याण विभाग के एक स्कूल में 25 शिक्षकों और प्रबंधक के खिलाफ फर्जी नियुक्तियों का मामला दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस ने इस मामले का उनकी आत्महत्या से कोई सीधा संबंध नहीं बताया है।

Azamgarh पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि आत्महत्या के पीछे के सभी कारणों का पता लगाया जा सके। इस घटना ने सामाजिक और पारिवारिक तनाव के मुद्दों पर चर्चा को फिर से तेज कर दिया है।

Exit mobile version