बीजेपी का ‘शॉक’: यूपी अध्यक्ष पर ऐसा दांव, जो अखिलेश के PDA को कर देगा बेअसर!

उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 2026 पंचायत और 2027 विधानसभा चुनावों की तैयारी में है। पार्टी की यूपी इकाई के अध्यक्ष पद पर डेढ़ साल से चल रही अटकलों को अब विराम मिल सकता है।

UP BJP President

UP BJP President: भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई जल्द ही अपने नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान कर सकती है। यह फैसला वर्ष 2026 में प्रस्तावित पंचायत और वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर लिया जाएगा। अध्यक्ष पद को लेकर पिछले एक साल से अधिक समय से चल रही चर्चाओं को अब गति मिलने की उम्मीद है। संगठनात्मक जिलों के अध्यक्षों की घोषणा पूरी होने के बाद, अब राज्य अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया को फिर से तेज़ी मिलेगी। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की ‘पीडीए’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) रणनीति की काट खोजने के लिए अध्यक्ष पद पर कोई ब्राह्मण चेहरा या महिला को कमान सौंपकर सबको चौंकाने वाला फैसला ले सकती है। माना जा रहा है कि यह घोषणा नए साल के तुरंत बाद कभी भी हो सकती है।

संभावित चेहरों पर मंथन: जातिगत और लैंगिक समीकरण

UP BJP के भीतर अध्यक्ष पद के लिए ब्राह्मण या महिला को चुनने की चर्चा तेज़ है।

  • ब्राह्मण चेहरा: 2017 में बीजेपी ने ब्राह्मणों को साधने के लिए महेंद्र नाथ पांडेय को अध्यक्ष बनाया था। राज्य की अनुमानित 12% ब्राह्मण आबादी को अपने पाले में बनाए रखने के लिए इस बार असम प्रभारी और पूर्व सांसद हरीश चंद्र द्विवेदी का नाम सबसे आगे है। यह कदम विपक्षी दलों के ‘ब्राह्मण नाराज़’ नैरेटिव को काटने की कोशिश हो सकता है।

  • महिला चेहरा: बिहार विधानसभा चुनाव में महिलाओं के अभूतपूर्व समर्थन को देखते हुए यूपी की महिलाओं को आकर्षित करने के लिए महिला अध्यक्ष चुने जाने की संभावना है। पूर्व सांसद साध्वी निरंजन ज्योति का नाम चर्चा में है। उनके नाम से न सिर्फ महिला और ओबीसी प्रतिनिधित्व को बल मिलेगा, बल्कि हिन्दुत्व के मुद्दे को भी धार मिल सकती है। बीजेपी ने अब तक यूपी इकाई की कमान किसी महिला को नहीं सौंपी है।

अन्य दावेदार

ब्राह्मण और महिला चेहरों के अलावा, अन्य वर्गों के भी प्रमुख नाम रेस में हैं:

वर्ग

प्रमुख दावेदार

ओबीसी

धर्मपाल सिंह (योगी सरकार में मंत्री), बीएल वर्मा (केंद्रीय मंत्री), बाबूराम निषाद (सांसद)

दलित

रामशंकर कठेरिया, विद्या सागर सोनकर (एमएलसी)

बीते दिनों 14 जिलों के अध्यक्ष घोषित होने के साथ, UP BJP के 98 संगठनात्मक जिलों में से 84 की घोषणा हो चुकी है। इन 84 जिलाध्यक्षों में 45 सवर्ण, 32 ओबीसी और 7 अनुसूचित जाति से हैं, जो ज़िलों में सपा के पीडीए की काट निकालने की बीजेपी की कोशिश को दर्शाता है।

शीतकालीन सत्र शुरू: हंगामे से ठप हुई लोकसभा, पीएम मोदी बोले- ‘ड्रामा नहीं नीति पर दो बल’

Exit mobile version