UP by-election: योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में बीजेपी ने 2017 से लेकर अब तक उपचुनावों में शानदार प्रदर्शन किया है। 43 सीटों पर हुए UP उपचुनावों में से बीजेपी ने 33 सीटों पर कब्जा किया, जिसमें कई अहम सीटें शामिल हैं। पार्टी ने मुस्लिम बहुल कुंदरकी जैसे इलाके में भी जीत दर्ज की है, जो उसकी बढ़ती ताकत को साबित करता है। बीजेपी ने इन सीटों पर अपने विरोधियों को करारी मात दी और उपचुनावों में अपनी स्थिति को मजबूत किया है।
UP में भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उपचुनावों में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। 2017 में सत्ता में आने के बाद से अब तक 43 सीटों पर उपचुनाव हुए, जिनमें बीजेपी ने 33 सीटों पर जीत हासिल की, जो पार्टी की शानदार स्ट्राइक रेट को दर्शाता है। इन उपचुनावों ने यह भी साबित कर दिया कि बीजेपी का जनाधार मजबूत बना हुआ है, और पार्टी अपने खिलाफ मुश्किलों का सामना करने के बावजूद लगातार सफलता प्राप्त कर रही है।
बीजेपी की ऐतिहासिक जीत की वजहें
2017 के बाद बीजेपी की लगातार जीत का सबसे बड़ा कारण पार्टी का मजबूत संगठन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का करिश्मा और जनता के बीच विश्वास है। 2017 से 2022 तक 23 सीटों पर उपचुनाव हुए थे, जिनमें से बीजेपी गठबंधन ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इनमें बीजेपी ने खुद 17 सीटों पर कब्जा किया था, जबकि एक सीट पर सहयोगी दल अपना दल ने जीत हासिल की थी। समाजवादी पार्टी को मात्र 5 सीटों पर ही जीत मिल पाई थी।
2022 के बाद बीजेपी का प्रदर्शन
2022 में बीजेपी ने UP विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की थी। इसके बाद 10 सीटों पर उपचुनाव हुए, जिनमें से 6 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की। इनमें से बीजेपी को 4 सीटें मिलीं, जबकि सहयोगी दल अपना दल ने 2 सीटों पर विजय प्राप्त की। समाजवादी पार्टी ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की, और रालोद को एक सीट मिली। इस चुनाव के परिणाम ने बीजेपी के प्रभाव को और अधिक मजबूत किया है।
कुंदरकी और मिल्कीपुर में बीजेपी की बड़ी जीत
बीजेपी ने हाल ही में हुए उपचुनावों में मझवां, गाजियाबाद, सीसामऊ, करहल और कुंदरकी जैसी सीटों पर भी जीत हासिल की। खासकर कुंदरकी में बीजेपी की जीत ने सभी को चौंका दिया, क्योंकि यह मुस्लिम बहुल क्षेत्र माना जाता था। मिल्कीपुर सीट पर भी बीजेपी की शानदार जीत ने पार्टी के विरोधियों के सामने उसकी ताकत को और साफ किया।