पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर ‘CCTV शैतान’! टोल मैनेजर ने नवविवाहित जोड़ों के निजी पल रिकॉर्ड कर ₹32000 वसूले,

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा के मैनेजर आशुतोष सरकार ने CCTV कैमरों का दुरुपयोग करके निजी फुटेज रिकॉर्ड किए और नवविवाहित जोड़ों व महिलाओं को ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठे। सीएम योगी आदित्यनाथ से शिकायत के बाद आरोपी को बर्खास्त कर दिया गया है।

Purvanchal Expressway

Purvanchal Expressway CCTV misuse: पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के हलियापुर टोल प्लाजा पर तैनात एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) के असिस्टेंट मैनेजर आशुतोष विश्वास/सरकार की घिनौनी हरकत सामने आई है। आरोपी ने एक्सप्रेस-वे पर लगे हाईटेक CCTV कैमरों का दुरुपयोग करते हुए नवविवाहित जोड़ों और अकेली महिलाओं के निजी और आपत्तिजनक फुटेज रिकॉर्ड किए। इन वीडियो के आधार पर वह पीड़ितों को ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूलता था। ताजा मामला लखनऊ के एक नवविवाहित जोड़े का है, जिनसे वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ₹32,000 ऐंठे गए।

इस Purvanchal Expressway घटना के बाद पीड़ितों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक शिकायत पहुंचाई। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी लंबे समय से यह अवैध काम कर रहा था और उसने स्थानीय महिलाओं, लड़कियों, और यहाँ तक कि पुलिस गश्ती दल तक को निशाना बनाया था। शिकायतें मिलने के बाद, मामले की गंभीरता को देखते हुए आशुतोष सरकार को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
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ब्लैकमेलिंग का तरीका और पीड़ितों का खुलासा

आशुतोष सरकार, Purvanchal Expressway टोल प्लाजा के ATMS कंट्रोल रूम में अपनी पहुँच का नाजायज फायदा उठाता था। जैसे ही CCTV फुटेज में कोई जोड़ा या अकेली महिला दिखती, वह कैमरा जूम करके उनकी निजी गतिविधियाँ रिकॉर्ड कर लेता था।

  • नवविवाहित जोड़े का मामला: 25 अक्टूबर की घटना में, लखनऊ के एक नवविवाहित जोड़े ने टोल प्लाजा से पहले अपनी कार रोकी थी। आशुतोष ने उनके निजी पल रिकॉर्ड किए, फिर मौके पर पहुँचकर वीडियो वायरल करने की धमकी दी और ₹32,000 वसूल लिए। पीड़ितों का आरोप है कि पैसे लेने के बाद भी आरोपी ने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

  • अन्य शिकार: अब तक पाँच-छह पीड़ितों ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है, जिनमें आसपास के गाँवों (जरईकला, हलियापुर और गौहनिया) की महिलाएँ और लड़कियाँ भी शामिल हैं। आरोपी घर से बाहर शौच या घरेलू जरूरतों के लिए निकली महिलाओं की गतिविधियों पर भी अवैध निगरानी रखता था और उन्हें ब्लैकमेल करता था।

  • पुलिसकर्मी भी शिकार: आरोप है कि उसने एक बार Purvanchal Expressway टोल पुलिस गश्ती दल के पुलिसकर्मियों को भी ब्लैकमेल करके ₹2,000 वसूले थे, जो उसके कृत्यों की गंभीरता को दर्शाता है।

कंपनी द्वारा बर्खास्तगी और प्रशासनिक कार्रवाई पर सवाल

लगातार मिल रही शिकायतों और सबूतों के बाद, आरोपी की नियुक्ति करने वाली निजी कंपनी SCAIPL ने उसे तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया। कंपनी ने अपने पत्र में CCTV वीडियो कंटेंट को लीक करने को गंभीर गोपनीयता उल्लंघन बताया।

हालांकि, बर्खास्तगी की कार्रवाई की तारीख 30 नवंबर बताई गई है, जबकि मुख्यमंत्री से औपचारिक शिकायत 1 दिसंबर को की गई थी। इस विरोधाभास ने आरोपी को बचाने की संभावित साजिश पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

  • UPEIDA का रुख: उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे विकास प्राधिकरण के असिस्टेंट सीईओ श्रीहरि सिंह ने आश्वासन दिया है कि चाहे निजी कंपनी हो या आरोपित कर्मचारी, दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी को बख्शा नहीं जाएगा।

  • पुलिस की प्रतिक्रिया: सीओ बल्दीराय सौरभ सामंत और सुल्तानपुर के एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने पीड़ितों से संपर्क साधने और उनकी अनुपस्थिति के बावजूद FIR दर्ज कर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।

यह गंभीर मामला Purvanchal Expressway की सुरक्षा और निगरानी प्रणालियों की पारदर्शिता पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगाता है।

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