UP expressway project: सरकार के इस कदम से उत्तर प्रदेश देश का सबसे अधिक एक्सप्रेसवे वाला राज्य बन जाएगा, जिससे न केवल औद्योगिक विकास को रफ्तार मिलेगी, बल्कि आम जनता को भी सुगम और तेज़ परिवहन का लाभ मिलेगा। मौजूदा समय में 6 एक्सप्रेसवे चालू हैं, 6 निर्माणाधीन हैं और अब 9 नए की मंजूरी दी गई है। इन नए प्रोजेक्ट्स में गोरखपुर-सिल्लीगुड़ी और गोरखपुर-शामली जैसे लंबे रूट शामिल हैं। यूपी सरकार इस परियोजना पर 20,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने जा रही है।
UP expressway बनता प्रदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश अब ‘UP expressway’ बनने की ओर तेज़ी से अग्रसर है। सरकार ने राज्य के हर जिले को हाईस्पीड कनेक्टिविटी से जोड़ने की मंशा जताई है। अभी तक 6 प्रमुख एक्सप्रेसवे पूर्ण रूप से चालू हैं, जिनकी कुल लंबाई 1224.53 किलोमीटर है। साथ ही 6 और एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है, जो पूरे होने पर इस आंकड़े में 1087.20 किलोमीटर और जुड़ जाएंगे।
अब सरकार ने 9 नए एक्सप्रेसवे को हरी झंडी दे दी है, जिससे भविष्य में प्रदेश में कुल 4374 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे नेटवर्क बन जाएगा। यह आंकड़ा देश के किसी भी राज्य से कहीं अधिक होगा और अगले 5 वर्षों में इसकी बराबरी कर पाना अन्य राज्यों के लिए कठिन होगा।
तीन स्तर पर बंटा एक्सप्रेसवे विकास
- चालू एक्सप्रेसवे: जिनपर यातायात शुरू हो चुका है।
- निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे: जिनका कार्य तेजी से जारी है।
- प्रस्तावित एक्सप्रेसवे: जिन्हें हाल ही में मंजूरी दी गई है।
🛣️ उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे की स्थिति (2025)
स्थिति | एक्सप्रेसवे का नाम | लंबाई (किमी) |
---|---|---|
🔹 चालू (ऑपरेशनल) | नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे | 24.53 |
यमुना एक्सप्रेसवे | 165 | |
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे | 302 | |
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे | 341 | |
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे | 296 | |
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (NHAI) | 96 | |
🟩 कुल चालू लंबाई | 1224.53 |
| 🔧 निर्माणाधीन | गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे | 91 |
| | गंगा एक्सप्रेसवे | 594 |
| | चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे | 15.20 |
| | दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेसवे (NHAI) | 210 |
| | बलिया लिंक एक्सप्रेसवे | 114 |
| | लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे | 63 |
| 🟨 कुल निर्माणाधीन लंबाई | | 1087.20 |
| 📌 प्रस्तावित (नई मंजूरी) | लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे | 49.96 |
| | फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे | 90.84 |
| | जेवर लिंक एक्सप्रेसवे | 74.30 |
| | झांसी लिंक एक्सप्रेसवे | 118.90 |
| | विंध्य एक्सप्रेसवे | 320 |
| | मेरठ-हरिद्वार लिंक एक्सप्रेसवे | 120 |
| | चित्रकूट-रीवा लिंक एक्सप्रेसवे | 70 |
| | गोरखपुर-सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेसवे (NHAI) | 519 |
| | गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे (NHAI) | 700 |
| 🟥 कुल प्रस्तावित लंबाई | | 2063.00 |
✅ कुल प्रस्तावित + निर्माणाधीन + चालू लंबाई: 4374.73 किमी
विकास के नए आयाम
यूपीडा के एसीईओ श्रीहरि प्रताप शाही के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी की योजना राज्य के हर जिले को तेज़ और सुलभ कनेक्टिविटी से जोड़ने की है। इसके जरिए लॉजिस्टिक, औद्योगिक और टूरिज्म के क्षेत्र में बड़ी संभावनाओं को बल मिलेगा। विशेषकर पूर्वी उत्तर प्रदेश, बुंदेलखंड और सीमावर्ती इलाकों में नए एक्सप्रेसवे से रोजगार और निवेश की धाराएं खुलेंगी।
उत्तर प्रदेश में UP expressway विकास की रफ्तार ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। यह न केवल इंफ्रास्ट्रक्चर की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि राज्य के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को भी बदलने वाला कदम साबित होगा। आने वाले वर्षों में यूपी की यह योजना पूरे भारत के लिए रोल मॉडल बन सकती है।