UP Incubation Centre: खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएम एफएमई) के अंतर्गत राज्य सरकार ने 14 Incubation Centre स्थापित किए हैं, जिनकी कुल लागत 47 करोड़ रुपये है। इन केंद्रों का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को रोजगार प्रदान करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इन प्रयासों से राज्य में 15,000 महिलाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलेगा।
इसके अतिरिक्त, उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए 10,000 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को 30 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है। इस योजना के तहत अब तक 46,897 उद्यमियों का पंजीकरण किया गया है, और लगभग 1,500 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। इन प्रयासों से राज्य में 1 लाख रोजगार सृजित हुए हैं।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएम एफएमई) के तहत उत्तर प्रदेश में 14 Incubation Centre स्थापित किए गए हैं। इनकी स्थापना का उद्देश्य खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर ग्रामीण महिलाओं को रोजगार देना है। राज्य सरकार ने इन केंद्रों पर अत्याधुनिक मशीनरी और सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। इन प्रयासों से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को गति मिली है और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिला है।
15,000 महिलाओं को रोजगार का अवसर
इन केंद्रों के माध्यम से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 15,000 महिलाओं को रोजगार मिलने का अनुमान है। राज्य सरकार ने 10,000 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को 30 करोड़ रुपये की सहायता दी है, जिससे वे अपने व्यवसाय शुरू कर सकें। यह सहायता राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और शहरी आजीविका मिशन के माध्यम से दी गई है।
1,500 करोड़ का निवेश और रोजगार
पीएम एफएमई योजना के तहत उत्तर प्रदेश में अब तक 46,897 उद्यमियों का पंजीकरण किया गया है। इनमें से 13,933 परियोजनाओं को बैंक ऋण स्वीकृत किया गया है। इन परियोजनाओं को 3 से 10 लाख रुपये तक की अनुदान राशि दी गई है। इस योजना के माध्यम से राज्य में लगभग 1,500 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, जिससे रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हुए हैं।
स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान
सरकार की योजना है कि प्रदेश के स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई जाए। इन्क्यूबेशन सेंटर और कॉमन फैसिलिटी सेंटर की मदद से उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार होगा और वे अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरे उतरेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।