UP govt sugarcane price: उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों को योगी सरकार ने बड़ा झटका दिया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में गन्ने का राज्य परामर्श मूल्य (SAP) 370 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रखा गया है। इस फैसले से प्रदेश के 50 लाख गन्ना किसानों को निराशा का सामना करना पड़ा है। गन्ना किसानों को उम्मीद थी कि इस बार सरकार गन्ने के मूल्य में वृद्धि करेगी, लेकिन योगी सरकार ने उनकी उम्मीदों को तोड़ते हुए पिछले साल की तरह ही मूल्य को अपरिवर्तित रखा। इसके साथ ही विपक्ष इस फैसले को लेकर सरकार पर हमलावर हो सकता है, खासकर आगामी विधानसभा बजट सत्र में।
किसानों की निराशा
UP govt ने मंगलवार को गन्ने के मूल्य में कोई वृद्धि नहीं करने का ऐलान किया। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए गन्ने का SAP 370 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रखा गया है। यह योगी सरकार का लगातार दूसरा साल है जब गन्ने के मूल्य में कोई वृद्धि नहीं की गई। इस फैसले से प्रदेश के गन्ना किसानों में भारी निराशा है, क्योंकि वे उम्मीद कर रहे थे कि गन्ने के मूल्य में बढ़ोतरी की जाएगी। 2021 से लेकर अब तक, योगी सरकार ने गन्ने के मूल्य में केवल 20 रुपए का इजाफा किया है, जो किसानों के लिए नाकाफी साबित हो रहा है।
सरकार का बयान
UP govt ने इसे बाई सर्कुलेशन के तहत कैबिनेट बैठक में पास किया। कैबिनेट के 10 प्रस्तावों में यह एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट सत्र के एक दिन पहले इस प्रस्ताव को मंजूरी दी। गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने बताया कि प्रदेश की सभी चीनी मिलों द्वारा खरीदी जाने वाली गन्ने की कीमत 370 रुपए प्रति क्विंटल तय की गई है, और इसमें कोई वृद्धि नहीं की गई है। इस फैसले से विपक्ष के लिए सरकार को घेरने का एक और मौका मिल गया है।
अनुकंपा नियुक्ति में बदलाव
इसके अलावा UP govt ने अविवाहित शहीदों के आश्रितों के लिए अनुकंपा नियुक्ति के नियमों में भी संशोधन किया है। अब यूपी के मूल निवासी शहीद सैनिक के आश्रित छोटे भाई को भी अनुकंपा नियुक्ति का लाभ मिल सकेगा। इस बदलाव से उन परिवारों को राहत मिलेगी जहां शहीद सैनिक की पत्नी अनुकंपा नियुक्ति के योग्य नहीं थी, या जिन्होंने पुनः विवाह किया था। इस नियम में बदलाव से शहीद सैनिक के परिवारों को राहत की उम्मीद है।