U P Kalyan Mandapam Scheme: शादी-ब्याह और सामाजिक आयोजनों में गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की सबसे बड़ी चिंता होती है। “कार्यक्रम कहाँ होगा और कितना खर्च आएगा?” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी चिंता को कम करने के लिए “मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना” के तहत कल्याण मंडपम् की पहल शुरू की है। इसका उद्देश्य है कि लोग कम पैसों में भी अपने पारिवारिक कार्यक्रम धूमधाम से कर सकें।
क्या है कल्याण मंडपम्?
महंगे बैंक्वेट हॉल और होटलों पर लाखों रुपये खर्च करने के बजाय अब परिवारों को सरकारी स्तर पर सस्ती और सम्मानजनक सुविधा मिलेगी। कल्याण मंडपम् में हॉल, किचन, बदलने का कमरा और शौचालय जैसी सभी ज़रूरी सुविधाएँ मौजूद हैं। यहाँ किसी आयोजन के लिए केवल 11,000 रुपये शुल्क रखा गया है, जबकि आमतौर पर ऐसी सुविधाओं के लिए 50 हजार से 1 लाख रुपये तक चुकाने पड़ते हैं।
कितने बन चुके और कितने निर्माणाधीन?
अब तक सरकार ने 66 कल्याण मंडपम् परियोजनाओं को करीब 260 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है।
इनमें से 39 मंडपम् बनकर तैयार हो चुके हैं।
27 मंडपम् निर्माणाधीन हैं, जिन्हें जल्द जनता के लिए खोला जाएगा।
शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के मानबेला और राप्तीनगर में बने दो कल्याण मंडपम् का उद्घाटन किया। खास बात यह रही कि मानबेला मंडपम् के निर्माण में सीएम योगी ने अपनी विधायक निधि से भी सहयोग दिया।
बुकिंग की सुविधा अब होगी ऑनलाइन
लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने एक खास ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है। यहाँ से कोई भी व्यक्ति घर बैठे आसानी से ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर बुकिंग कर सकता है। इससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और सरल हो गई है।
कहाँ-कहाँ बन चुके हैं मंडपम्?
अब तक बने मंडपम् अलीगढ़, अंबेडकरनगर, अयोध्या, आज़मगढ़, बस्ती, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गोरखपुर, लखनऊ, महाराजगंज, मऊ, पीलीभीत, प्रतापगढ़, सोनभद्र, सुल्तानपुर और उन्नाव समेत कई जिलों में लोगों को सुविधा दे रहे हैं।
कहाँ बन रहे हैं नए मंडपम्?
निर्माणाधीन मंडपम् की सूची भी लंबी है। इनमें आगरा, अलीगढ़, भदोही, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बिजनौर, बुलंदशहर, देवरिया, गोरखपुर (कैंपियरगंज), जौनपुर, लखीमपुर खीरी, मथुरा, प्रयागराज, रामपुर, सिद्धार्थनगर, वाराणसी समेत कई जिले शामिल हैं।
गरीब और मध्यमवर्ग के लिए बड़ी राहत
अक्सर आर्थिक तंगी के कारण परिवार अपने खास मौकों को साधारण रूप से निपटाने पर मजबूर हो जाते हैं। कल्याण मंडपम् योजना ऐसे परिवारों को सम्मानजनक और किफ़ायती विकल्प देती है। अब कमजोर वर्ग भी अपने सामाजिक कार्यक्रम पूरे सम्मान के साथ आयोजित कर सकेगा।