Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के सभी 403 विधायकों के लिए एक बड़ा झटका लगा है। अब उनके काफिले में शामिल सभी गाड़ियों को विधानसभा पास नहीं मिलेगा। यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने घोषणा की है कि अप्रैल के अंत तक पहले से जारी सभी पास रद्द कर दिए जाएंगे। अब केवल रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) पास जारी किए जाएंगे। नए नियम के तहत हर विधायक को सिर्फ दो पास मिलेंगे।इस फैसले से उन अनगिनत पासों पर रोक लगेगी, जो विधायक और पूर्व विधायकों के नाम पर जारी किए जाते थे और जिनका दुरुपयोग भी होता था।
विधानसभा में उठाया गया था मुद्दा
विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान, 5 मार्च 2025 को विधानसभा में स्पीकर सतीश महाना ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया। उन्होंने कहा कि विधायकों के वाहनों के लिए जो पास जारी किए जाते हैं, उन्हें फर्जी तरीके से डुप्लीकेट बनाकर गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।
महाना ने बताया कि विधानसभा द्वारा जारी किए गए पास बेहद महत्वपूर्ण होते हैं और इनके दुरुपयोग से सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है। उन्होंने सभी विधायकों से अपील की कि वे इस विषय में जिम्मेदारी निभाएं और इस तरह के गलत कार्यों को बढ़ावा न दें।
अब सिर्फ दो पास मिलेंगे
स्पीकर ने साफ किया कि विधायकों को केवल दो गाड़ियों के लिए पास दिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त किसी भी गाड़ी के लिए पास की अनुमति नहीं होगी। विधानसभा सचिवालय को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अतिरिक्त पास जारी करने पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए।उन्होंने यह भी कहा कि कुछ मामलों की जांच के लिए शासन के गृह विभाग को निर्देश दिए गए हैं। विधायकों से भी अनुरोध किया गया है कि वे दो पास से अधिक की मांग न करें और इस नए नियम का पालन करें।
सड़क सुधार के लिए बड़ा बजट
यूपी सरकार ने 45 जिलों की 563 सड़कों की मरम्मत के लिए 207 करोड़ रुपये का बजट तय किया है। आगरा से आजमगढ़ तक इन सड़कों को सुधारने का काम जल्द ही शुरू होगा।