‘भ्रष्टाचार करेंगे तो सात पुश्तों को नहीं मिलेगी नौकरी’ ज़ीरो टॉलरेंस को लेकर बोले सीएम योगी

उत्तर प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए इन्वेस्ट यूपी में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। एक निजी व्यक्ति निकांत जैन द्वारा उद्यमियों से वसूली की जा रही थी लेकिन जब उद्यमी विश्वजीत दत्त ने हिम्मत दिखाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक शिकायत पहुंचाई तो प्रशासन हरकत में आया।

UP News

UP News: उत्तर प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए इन्वेस्ट यूपी में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। एक निजी व्यक्ति निकांत जैन द्वारा उद्यमियों से वसूली की जा रही थी लेकिन जब उद्यमी विश्वजीत दत्त ने हिम्मत दिखाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक शिकायत पहुंचाई तो प्रशासन हरकत में आया। सीएम योगी ने तुरंत गोपनीय जांच बैठाई जिसमें आरोपों की पुष्टि होते ही आईएएस अभिषेक प्रकाश को निलंबित कर दिया गया और निकांत जैन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

भ्रष्टाचार पर सीएम योगी का सख्त रुख

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों की आने वाली पीढ़ियों तक को सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि दोषियों को ऐसी सजा दी जाएगी कि सात पुश्तों तक याद रखेंगे।

कैसे हुआ भ्रष्टाचार का खुलासा?

शिकायतकर्ता विश्वजीत दत्त ने बताया कि उनकी कंपनी उत्तर प्रदेश में सोलर सेल और सोलर ऊर्जा से जुड़ी इकाई स्थापित करना चाहती थी। इसके लिए उन्होंने इन्वेस्ट यूपी के कार्यालय और ऑनलाइन आवेदन किया था। मूल्यांकन समिति की बैठक के दौरान एक वरिष्ठ अधिकारी ने उन्हें निकांत जैन से संपर्क करने का सुझाव दिया।

यह भी पढ़े: शादी का झांसा देकर करोड़ों की ठगी, वृद्ध महिला को कंगाल कर फरार हुआ ठग

जब दत्त ने निकांत जैन से संपर्क किया तो उसने फाइव परसेंट एडवांस की मांग रखी और कहा कि यदि यह रकम नहीं दी गई तो फाइल अटक जाएगी। चूंकि उद्यमी पहले ही इस प्रोजेक्ट को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिल चुके थे इसलिए उन्होंने रिश्वत देने से मना कर दिया। इसके बाद उनकी फाइल जानबूझकर लंबित रखी गई।

निकांत जैन ने दी थी धमकी

शिकायतकर्ता के अनुसार निकांत जैन (UP News) ने उन्हें धमकाने के अंदाज में कहा कि आप और आपके मालिक जितनी कोशिश कर लें, आखिर में आपको मेरे पास ही आना पड़ेगा, वरना आपका काम नहीं होगा। उद्यमी ने यह भी बताया कि उनका ग्रुप यह प्रोजेक्ट दूसरे राज्य में भी ले जा सकता है लेकिन यूपी में निवेश को लेकर जो भ्रष्टाचार हो रहा था उसकी शिकायत करना ज़रूरी था।

मुख्यमंत्री के आदेश पर हुई बड़ी कार्रवाई

शिकायत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत मामले की गोपनीय जांच कराई और प्रमाण मिलते ही आईएएस अभिषेक प्रकाश को निलंबित कर दिया। इसके अलावा निकांत जैन को भी गिरफ्तार कर लिया गया। मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि यूपी में कोई भी भ्रष्टाचार करेगा तो उसकी सात पुश्तें तक इसकी कीमत चुकाएंगी।

भ्रष्टाचार के खिलाफ यूपी सरकार का सख्त रुख

इस कार्रवाई से यह साफ हो गया कि योगी सरकार (UP News) किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी। इन्वेस्ट यूपी जैसे संस्थानों में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। इस मामले के उजागर होने के बाद अब राज्य के अन्य विभागों में भी भ्रष्टाचार पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

 

Exit mobile version