UP Politics: कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा साधु संतों को लेकर दिए गए बयान के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत (UP Politics) में गर्मी आ गई है। उनके बयान पर बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के नेताओं ने तीखा हमला बोला है। यूपी के कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने खरगे के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
ओम प्रकाश राजभर ने क्या कहा?
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि “देश को 70 साल तक कमजोर करने वाली कांग्रेस अब साधुओं पर टिप्पणी करने का अधिकार खो चुकी है। भगवा वस्त्र त्याग का प्रतीक है, और योगी आदित्यनाथ ने राज्य की सेवा के लिए प्रतिज्ञा ली है। योगी आदित्यनाथ एक सच्चे सेवक की तरह जनता के लिए समर्पित हैं, ऐसे में इस प्रकार की टिप्पणियां अनुचित हैं। हम मल्लिकार्जुन खरगे के बयान की कड़ी निंदा करते हैं।”
खरगे ने योगी पर कसा था तंज
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने महाराष्ट्र के मुंबई में आयोजित संविधान बचाओ सम्मेलन में बिना नाम लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री (UP Politics) योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा था कि कुछ नेता साधु के रूप में रहते हैं और अब राजनीति में शामिल हो गए हैं कुछ तो मुख्यमंत्री भी बन गए हैं। वे ‘गेरुआ’ कपड़े पहनते हैं और उनके सिर पर बाल नहीं होते।
खरगे ने भाजपा से अपील की कि या तो सफेद कपड़े पहनें या अगर संन्यासी हैं तो गेरुआ कपड़े पहनकर राजनीति से बाहर निकलें। इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर नफरत फैलाने का आरोप भी लगाया था।
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राजभर का सपा पर तीखा प्रहार
एनकाउंटर को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के सवालों का जवाब देते हुए ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव को अपनी सरकार के दौरान हुए एनकाउंटर को याद करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव के शासनकाल में सबसे ज्यादा एनकाउंटर हुए थे और जब हम इस पर सवाल उठा रहे थे तो उस समय किसी ने नहीं सुनी।
अब सही लोगों (UP Politics) का एनकाउंटर हो रहा है क्योंकि अपराधी की कोई जाति नहीं होती। राजभर ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी के शासनकाल में 815 दंगे हुए थे और आज उन्हें यह चिंता हो रही है कि दंगे क्यों नहीं हो रहे। ओम प्रकाश राजभर ने सुझाव दिया कि अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी से कुछ सीखना चाहिए।