(इनपुट- मोहसिन खान)
UP Politics: लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी में भाजपा को मिली हार के बाद हतोत्साहित नेताओं और कार्यकर्त्ताओं को हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद ना केवल संजीवनी मिल गई बल्कि उनका उत्साह और मनोबल भी बढ़ गया है और अब ये माना जा रहा है कि यूपी में होने वाले विधानसभा उपचुनाव (UP Politics) में पहले के मुकाबले अब बीजेपी की राह आसान हो जाएगी।
सबसे बड़ी बात ये है कि उप चुनाव में सीट शेयरिंग के मामले में बीजेपी के उपर सहयोगी दलों को भी दबाव कम होगा, जबकि जम्मू-कश्मीर में 20 सीटों पर ज़मानत जब्त करा चुकी सपा और हरियाणा में अंदरूनी कलह के चलते गच्चा खा चुकी कांग्रेस में उप चुनाव में सीट बंटवारें पर रार हो सकती है।
बीजेपी को यूपी उप चुनाव में मिलेगा फायदा!
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनाव (UP Politics) के एग्जिट पोल आने के बाद भाजपा कार्यकर्त्ताओं में मायूसी का माहौल था, हालाकि यूपी में लोकसभा नतीजों के बाद से ही काफी कार्यकर्त्ता निष्क्रिय भी दिख रहे थे, लेकिन दोनो राज्यों में नतीजे आने के बाद मायूस और उदास कार्यकर्त्ताओं को फिर से ऑक्सीज़न मिल गई, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ गया। अब माना जा रहा है कि हरियाणा में बीजेपी की जीत और जम्मू-कश्मीर में पार्टी के बेहतरीन प्रदर्शन का फायदा यूपी विधानसभा उप चुनाव में मिल सकता है।
दूसरा लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से भाजपा संगठन पर दबाव बनाने वाले सहयोगी दलों का दबाव भी कम होगा, बता दें कि उप चुनाव को लेकर निषाद पार्टी और अपना दल एस सीटों की मांग कर चुके है, ये भी माना जा रहा था कि अगर हरियाणा में परिणाम विपरीत आते तो भाजपा के सहयोगी दल उसके उपर राजनीतिक दबाव बना सकते थे, लेकिन अब तस्वीर बदल गई है।
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क्या टूट जाएगी यूपी में ‘दो लड़को’ जोड़ी
पार्टी का विस्तार करने के मकसद से जम्मू-कश्मीर में 20 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली समाजवादी पार्टी का हाल इतना बुरा हुआ कि जो शायद सपनों में भी ना सोचा होगा। 20 सीटों पर सपा प्रत्याशियो की ज़मानत तक जब्त हो गई और सपा के ऐकला चलो का सबक भी मिल गया, बंदीपुरा विधानसभा को छोड़कर बाकी 19 सीटों पर सपा उम्मीदवार 500 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए।
उधर हरियाणा में अंदरूनी कलह के चलते हाथ में आई जीत गंवाने वाली कांग्रेस को लेकर सपा ने बयानबाज़ी शुरू कर दी है, जिसके पीछे राजनीतिक पंडितों का मानना है कि ये सब यूपी उप चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर माथापच्ची शुरू हो गई है। कयास ये भी लग रहे है कि सीट बंटवारें के मसले पर यूपी में दो लड़को की जोड़ी टूट भी सकती है, क्योंकि माना जा रहा है कि हरियाणा में कांग्रेस को प्रदर्शन को देखते हुए सपा अब उसको एक सीट से ज्यादा नहीं देगी और ये सीट गाजियाबाद हो सकती है।
बता दें कि सपा ने 6 विधानसभा सीटो पर प्रत्याशी उतार दिए है और 4 सीटों को होल्ड पर रखा था और अब दोनो राज्यों के नतीजे आने के बाद कयास लगाए जा रहे है कि सपा फूलपुर, मीरापुर और खैर सीट पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर सकती है।