UP Politics: पीडीए से सपा कार्यकर्ता गायब, टिकट बंटवारे में जमकर चला परिवारवाद…उठ रहे सवाल

समाजवादी पार्टी के टिकट बंटवारे में परिवारवाद की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं। अखिलेश यादव की पीडीए के कार्यकर्ताओं का मानना है कि पार्टी में आम कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया गया है, जिससे उनकी नाराजगी बढ़ी है।

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UP Politics: समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट बंटवारे में परिवारवाद की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं। अखिलेश यादव की पीडीए (पार्टी डिसिप्लिनरी एंड ऑर्गनाइजेशन) के कार्यकर्ताओं (UP Politics) का मानना है कि पार्टी में आम कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया गया है, जिससे उनकी नाराजगी बढ़ी है।

बीजेपी ने कादिर राणा की बहू सुम्बुल राणा को मीरापुर से टिकट देने पर सवाल उठाए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि सपा में केवल परिवार के लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है, जबकि आम कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है।

9 सीटों में से 8 पर परिवारवाद का असर

पार्टी ने कुल 9 सीटों में से 8 पर परिवार के सदस्यों को उम्मीदवार बनाया है, जिससे पार्टी के अंदर असंतोष की भावना उत्पन्न हो रही है। करहल से तेज प्रताप यादव को टिकट दिया गया है, जबकि सीसामऊ से इरफ़ान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को टिकट दिया गया है। कटेहरी से लालजी वर्मा की पत्नी शोभावती वर्मा और मंझवा से पूर्व सांसद रमेश बिंद की बेटी ज्योति बिंद को भी टिकट मिला है।

सपा के भीतर इस परिवारवाद को लेकर आम कार्यकर्ता चिंतित हैं और उन्होंने पार्टी नेतृत्व से इस मुद्दे पर ध्यान देने की अपील की है। पार्टी के इस आंतरिक संघर्ष से आने वाले चुनावों में सपा की रणनीति और सफलता पर असर पड़ सकता है।

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