Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है। अब परिवहन विभाग की सभी ऑनलाइन सेवाएं प्रदेश के 1.5 लाख जनसुविधा केंद्रों पर उपलब्ध होंगी। इससे लोगों को आरटीओ कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे और दलालों की मनमानी से भी छुटकारा मिलेगा। परिवहन विभाग ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है। अब लर्निंग लाइसेंस बनवाने जैसी सेवाओं के लिए मात्र ₹30 शुल्क देना होगा। इससे आम जनता को काफी सहूलियत मिलेगी और पारदर्शिता भी बढ़ेगी।
अब आवेदन करना हुआ आसान और सस्ता
परिवहन मंत्री ने बताया कि सीएससी डिजिटल सेवा पोर्टल को एसबीआई-एमओपीएस पेमेंट गेटवे से जोड़ा गया है। इससे अब लोग अपने नजदीकी जनसुविधा केंद्र से सीधे परिवहन सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। परिवहन आयुक्त के अनुसार, सेवा शुल्क को पूरी तरह से पारदर्शी रखा गया है ताकि किसी को कोई असुविधा न हो।
सेवा शुल्क हुआ तय
अब परिवहन सेवाओं के लिए तय शुल्क इस प्रकार होगा
लर्निंग लाइसेंस व अन्य सेवाएं ₹30
दस्तावेज स्कैनिंग/अपलोडिंग ₹2 प्रति पेज
प्रिंटिंग शुल्क ₹3 प्रति पेज
फोटोकॉपी शुल्क ₹2 प्रति पेज
इसके अलावा, जिस सेवा का लाभ लेना है, उसकी सरकारी फीस अलग से देनी होगी। परिवहन मंत्री का कहना है कि इस बदलाव से भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी और लोग आसानी से अपनी सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे।
अब घर के पास ही मिलेंगी ये सुविधाएं
अब उत्तर प्रदेश के लोग अपने नजदीकी जनसुविधा केंद्र पर जाकर इन सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन
ड्राइविंग लाइसेंस में नाम और पते में बदलाव
फोटो और हस्ताक्षर में सुधार
डुप्लीकेट ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना
अन्य फेशलेस सेवाएं (जहां शारीरिक उपस्थिति की जरूरत नहीं)
नई व्यवस्था के फायदे क्या होंगे?
आरटीओ जाने की जरूरत नहीं, समय की बचत
पहले से तय शुल्क, दलालों की मनमानी खत्म
गांव और कस्बों में भी आसानी से मिलेंगी सेवाएं
भ्रष्टाचार पर लगाम, पारदर्शिता बढ़ेगी
आम जनता को सीधे फायदा मिलेगा
अब परिवहन सेवाएं हुईं और भी आसान
सरकार के इस फैसले से उत्तर प्रदेश के लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। अब दूर-दराज के इलाकों के लोगों को आरटीओ के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। वे अपने नजदीकी जनसुविधा केंद्र से ही ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़ी सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे। इससे समय और पैसे की बचत होगी और अनावश्यक परेशानी से भी छुटकारा मिलेगा।