UP woman officer: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक महिला अधिकारी से रेप के प्रयास का मामला सामने आया है, जिसने सबको हैरान कर दिया है। यह घटना नए साल के पहले दिन, यानी 1 जनवरी को हुई, जब बागपत जिला कारागार पर तैनात महिला अधिकारी को जेलर जितेंद्र कश्यप ने अपने कार्यालय में बुलाकर दुष्कर्म का प्रयास किया। हैरानी की बात यह है कि शिकायत मिलने के बाद सात दिन तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, और मामला मंगलवार को ही दर्ज हुआ। आरोपी जेलर को निलंबित कर दिया गया है, लेकिन वह अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ है।
घटना के संबंध में खेकड़ा थाने के प्रभारी निरीक्षक कैलाश चंद्र ने बताया कि महिला अधिकारी की तहरीर पर मंगलवार को आरोपी जितेंद्र कश्यप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। UP पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और महिला अधिकारी का मेडिकल परीक्षण भी करवा लिया गया है। इसके साथ ही जिला कारागार के सीसीटीवी फुटेज की जांच भी की जा रही है ताकि आरोपों की सच्चाई का पता लगाया जा सके।
महिला अधिकारी ने अपने शिकायत पत्र में बताया कि 31 दिसंबर को बागपत जेल के अधीक्षक विष्णुकांत मिश्रा के सेवानिवृत्त होने के बाद जेलर जितेंद्र कश्यप को अधीक्षक पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था। इसके बाद 1 जनवरी को कश्यप ने महिला अधिकारी को अपने कार्यालय में बुलाया और उनके साथ रेप का प्रयास किया। महिला अधिकारी ने तुरंत अपनी शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद जांच शुरू हुई।
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UP पुलिस अधिकारी कैलाश चंद्र ने बताया कि कश्यप को मुख्यालय से संबद्ध कर मामले की आंतरिक जांच की गई, और समिति की रिपोर्ट के आधार पर उसे निलंबित कर दिया गया। बरेली जिला कारागार में तैनात जेलर शैलेश सिंह को कश्यप की जगह बागपत जेल भेजा गया है और उन्होंने कार्यभार संभाल लिया है। हालांकि, आरोपी कश्यप की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पाई है।
इस मामले ने यूपी में महिला अधिकारियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों और प्रशासनिक भ्रष्टाचार के सवालों को और भी उठाया है। महिलाओं की सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं, और लोगों में आक्रोश का माहौल है।