CM Yogi startup plan: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने प्रदेश की तीन प्रमुख टेक्निकल यूनिवर्सिटीज में इनोवेशन सेंटर स्थापित करने का निर्देश दिया है, ताकि राज्य के युवाओं को नए-नए इनोवेशन के लिए एक बेहतर मंच मिल सके। इस योजना का उद्देश्य युवा पीढ़ी को ग्लोबल मार्केट की जरूरतों के अनुरूप नॉलेज और फंडिंग मुहैया कराना है। सीएम योगी का मानना है कि छात्रों में इनोवेशन की कोई कमी नहीं है, लेकिन उन्हें उचित दिशा और संसाधन की आवश्यकता है। इस प्रयास से यूपी का युवा न सिर्फ विकास करेगा, बल्कि प्रदेश का नाम भी रौशन होगा।
नए इनोवेशन सेंटर से युवाओं को मिलेगा बढ़ावा
CM Yogi Plan ने सोमवार को यूपी इनोवेशन फंड (यूपीआईएफ) के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में सीएम ने प्रदेश की तीनों टेक्निकल यूनिवर्सिटी – ए.पी.जे. अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी, दिनेशपुर विश्वविद्यालय और पूर्वांचल विश्वविद्यालय को इनोवेशन से जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन तीनों विश्वविद्यालयों में इनोवेशन सेंटर स्थापित किए जाएं, ताकि यहां के छात्र स्टार्टअप्स से जुड़ी तमाम सुविधाओं का लाभ उठा सकें। इन सेंटरों में विद्यार्थियों को नए इनोवेशन के लिए मार्गदर्शन मिलेगा, और वे अपने विचारों को व्यावसायिक रूप से विकसित कर सकेंगे।
ग्लोबल और लोकल मार्केट की आवश्यकता के हिसाब से इनोवेशन
CM Yogi Plan ने यह भी कहा कि युवाओं को ग्लोबल और लोकल मार्केट की जरूरतों के अनुसार इनोवेशन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इसके लिए प्रदेश सरकार ग्लोबल और लोकल मार्केट की पूरी मैपिंग करेगी, जिससे छात्रों को यह समझने में मदद मिलेगी कि वर्तमान समय में क्या आवश्यकताएं हैं और किस प्रकार का इनोवेशन उनकी जिंदगियों को प्रभावित कर सकता है। इसके साथ ही, योगी आदित्यनाथ ने नये इनोवेशन के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने की बात भी की। उनका कहना है कि इन सेंटरों के माध्यम से छात्रों को न केवल तकनीकी शिक्षा मिलेगी, बल्कि उन्हें अपनी अनूठी परियोजनाओं के लिए फंड भी मुहैया कराया जाएगा।
तकनीक और फंडिंग के साथ स्टार्टअप को मिलेगा बढ़ावा
CM Yogi Plan ने स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार और इंवेस्टमेंट मैनेजर्स के अंशदान को बराबर करने पर विचार करने की बात की। उन्होंने यह निर्देश दिए कि इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालयों को पूरी स्वतंत्रता दी जाए, ताकि वे नए विचारों और तकनीकी समाधानों के विकास में अपना योगदान दे सकें। इसके साथ ही, सीएम ने विश्वविद्यालयों को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) से भी जोड़ने के निर्देश दिए, जिससे छात्रों को बेहतर संसाधन मिल सकें। पिछले दो वर्षों में यूपी सरकार ने 400 करोड़ रुपये के अंशदान की स्वीकृति दी थी, और अब इंवेस्टमेंट मैनेजर्स को 1200 से 3600 करोड़ रुपये तक का अंशदान करने का लक्ष्य रखा गया है।
भविष्य की दिशा और विकास
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कदम यूपी के युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर लेकर आया है। इससे न केवल प्रदेश में इनोवेशन का वातावरण बनेगा, बल्कि छात्र अपनी प्रतिभा को सही दिशा में इस्तेमाल करके बड़े पैमाने पर समाज और राज्य के विकास में योगदान दे सकेंगे। सरकार का यह प्रयास प्रदेश में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।