UPPSC: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के बाहर प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन अब समाप्त हो गया है। पांच दिनों से जारी इस आंदोलन ने आखिरकार सफलता पाई, जब आयोग ने पीसीएस प्री परीक्षा 2024 को 22 दिसंबर को दो पालियों में आयोजित करने का ऐलान किया। पहले यह परीक्षा 7 और 8 दिसंबर को होनी थी, लेकिन छात्रों के विरोध के बाद आयोग ने इसे स्थगित कर दिया था। अब यह परीक्षा सुबह 9:30 से 11:30 बजे और दोपहर 2:30 से 4:30 बजे तक दो पालियों में होगी।
प्रदर्शनकारी छात्रों ने यूपीपीएससी से यह मांग की थी कि RO-ARO भर्ती परीक्षा 2023 को एक ही दिन और एक पाली में कराया जाए, जैसा कि पीसीएस परीक्षा को लेकर निर्णय लिया गया है। इस मांग पर आयोग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर विचार किया और RO-ARO परीक्षा को फिलहाल स्थगित कर दिया है। इसके साथ ही, आयोग ने इसकी निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक समिति का गठन किया है, जो परीक्षा प्रक्रिया की जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
गुरुवार को, जब पीसीएस परीक्षा के बारे में आयोग ने नया निर्णय लिया, तो छात्रों के आंदोलन में थोड़ी कमी आई, लेकिन आंदोलन अब भी जारी था। प्रदर्शनकारी छात्र यह मानते हैं कि RO-ARO परीक्षा की मांग पूरी किए बिना उनका आंदोलन खत्म नहीं होगा। वे इसे आधी जीत मानते हुए अपनी दूसरी मांग के लिए डटे हुए हैं। उनका कहना है कि RO-ARO परीक्षा को भी एक ही दिन और एक पाली में कराने का निर्णय लिया जाना चाहिए, ताकि पूरी परीक्षा प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले को गंभीरता से लिया और छात्रों के साथ संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान निकालने के निर्देश दिए। उनके हस्तक्षेप के बाद ही UPPSC ने यह निर्णय लिया कि पीसीएस प्री परीक्षा 2024 एक दिन में होगी और RO-ARO परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है।