Eco tourism in UP : Eco Tourism और Culture को मिलेगी नई पहचान,उत्तर प्रदेश अब पर्यटन के मामले में देशभर में छा रहा है। घरेलू पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में ‘योगी का यूपी’ पहले नंबर पर है। अब राज्य सरकार का फोकस विदेशी सैलानियों को भी यहां लाने पर है। इसी कड़ी में यूपी इको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड ने 30 अप्रैल तक एक खास ‘फैम ट्रिप’ यानी फैमिलियराइजेशन ट्रिप का आयोजन किया है।इस दौरे में भारत समेत यूके, यूएस,क जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया के बड़े टूर ऑपरेटर और ट्रैवल एजेंसी के लोग शामिल हो रहे हैं। ये सभी प्रतिनिधि यूपी के अलग-अलग पर्यटन स्थलों का भ्रमण करेंगे और यहां की खासियतों को करीब से जानेंगे।
आगरा से होगी शुरुआत, काशी तक सफर
22 अप्रैल से शुरू हो रही इस यात्रा की शुरुआत ताज नगरी आगरा से होगी। सबसे पहले ये दल बटेश्वर और चंबल सफारी का अनुभव लेगा। इसके बाद प्रतिनिधि कन्नौज जाएंगे, जहां उन्हें पारंपरिक इत्र (परफ्यूम) निर्माण की खास वर्कशॉप में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। कन्नौज का इत्र दुनियाभर में मशहूर है और इसकी खुशबू अब इन विदेशी मेहमानों तक भी पहुंचेगी।
जंगल, इतिहास और स्वाद से होगी मुलाकात
इसके बाद यह दल दुधवा नेशनल पार्क, पीलीभीत टाइगर रिजर्व और कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य का दौरा करेगा। यहां ये लोग जंगलों और जानवरों की दुनिया को नजदीक से देखेंगे। फिर ये राजधानी लखनऊ पहुंचेंगे, जहां वे पुराने ऐतिहासिक स्थलों को देखने के साथ चिकनकारी कपड़ों की कढ़ाई और लखनवी जायकों का मजा भी लेंगे।
लखनऊ के बाद उन्हें प्रयागराज ले जाया जाएगा, जहां संगम की यात्रा, प्राचीन मंदिर और फार्म हाउस जैसी जगहें उनकी लिस्ट में होंगी।
काशी की सुबह और गंगा आरती का मिलेगा अनुभव
इस फैम ट्रिप का आखिरी पड़ाव होगा वाराणसी यानी काशी। यहां पर मेहमान काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करेंगे, गंगा किनारे आरती देखेंगे और ‘सुबह-ए-बनारस’ का मनमोहक अनुभव लेंगे। इसके साथ ही वे स्थानीय कला, हस्तशिल्प और बनारसी खानपान से भी रूबरू होंगे।
इको टूरिज्म में अपार संभावनाएं
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में इको टूरिज्म की काफी संभावनाएं हैं। राज्य का प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विरासत इसे पर्यटन के लिए परफेक्ट बनाते हैं। सरकार की कोशिश है कि प्रदेश को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर और मजबूती से खड़ा किया जाए। इस यात्रा में सिर्फ टूर ऑपरेटर ही नहीं, बल्कि ट्रैवल लेखकों और ब्लॉगरों को भी शामिल किया गया है, जो सोशल मीडिया और लेखों के ज़रिए दुनियाभर तक यूपी की छवि पहुंचाएंगे।