Farrukhabad marriage story: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में एक अनोखा मामला सामने आया, जहां मंडप पर सात फेरे लेने से पहले ही एक दुल्हन ने शादी तोड़ दी। दूल्हे की सैलरी सवा लाख रुपये महीना होने के बावजूद दुल्हन ने उससे शादी करने से इनकार कर दिया। वजह थी दूल्हे की नौकरी, जो निजी क्षेत्र में थी। दुल्हन ने कहा कि उसे सरकारी नौकरी करने वाला वर चाहिए। यह घटना दोनों परिवारों के बीच बहस का कारण बनी, लेकिन दुल्हन अपनी जिद पर अड़ी रही। अंततः बारात को खाली हाथ लौटना पड़ा।
सैलरी स्लिप देखने के बाद भी नहीं मानी दुल्हन
घटना फर्रुखाबाद के एक गांव की है। शादी की तैयारियों के बीच जयमाल की रस्म (Farrukhabad) भी पूरी हो गई थी। इसके बाद, दुल्हन ने दूल्हे से उसकी सैलरी स्लिप मांगी। दूल्हे ने तुरंत अपने परिचित से मोबाइल पर सैलरी स्लिप मंगवाई और दुल्हन को दिखाया। उसमें उसकी सवा लाख रुपये महीने की आय का उल्लेख था। बावजूद इसके, दुल्हन ने शादी तोड़ दी।
दूल्हे के परिवार पर झूठ बोलने का आरोप
दुल्हन पक्ष का कहना है कि (Farrukhabad) शादी तय करते समय बताया गया था कि दूल्हा सरकारी नौकरी में है। लेकिन जयमाल के बाद पता चला कि वह निजी क्षेत्र में सिविल इंजीनियर है। इस खुलासे के बाद दुल्हन ने शादी करने से इनकार कर दिया। दोनों परिवारों के बीच तीखी बहस भी हुई। हालांकि, दूल्हा और उसके परिवार ने दुल्हन को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ी रही। मामले के तूल पकड़ने के बाद समाज के कुछ बुजुर्गों ने दोनों परिवारों के बीच समझौता कराया। शादी पर हुए खर्च को आपसी सहमति से बांटने का निर्णय लिया गया। हालांकि, इस घटना से दूल्हे और उसके परिवार को काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा।
यह घटना अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। जहां कुछ लोग दुल्हन के फैसले को सही ठहरा रहे हैं, वहीं कई इसे अनुचित मान रहे हैं।