Ayushman Card: गरीबों की बेहतरी के लिए देशभर में विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, जिनमें केंद्र की आयुष्मान भारत योजना प्रमुख है, जो जरूरतमंदों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराती है। मगर कई गरीबों के पास Ayushman Card नहीं होता, जिससे वे अस्पताल के भारी-भरकम बिलों का बोझ नहीं उठा पाते। अब उत्तर प्रदेश सरकार ने इन बेसहारा लोगों के इलाज का खर्च खुद उठाने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि जिनके पास इलाज के लिए पैसे नहीं हैं और Ayushman Card भी नहीं है, उनकी मदद राज्य सरकार करेगी।
सीएम योगी का बड़ा ऐलान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान आर्थिक मदद की गुहार लगाने वाले गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को आश्वासन दिया कि वे अपनी चिंताओं को छोड़कर अच्छे अस्पतालों में उपचार कराएं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आदेश दिए कि जो लोग आयुष्मान कार्ड से वंचित हैं और इलाज के लिए आर्थिक मदद चाहते हैं, उनके मामलों की तत्काल समीक्षा कर राज्य शासन को प्रस्तुत किया जाए।
जरूरतमंदों की समस्याओं का समाधान
रविवार को विधानसभा उपचुनाव के प्रचार के बाद गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में सीएम योगी ने करीब 150 लोगों से मुलाकात की। वहां उन्होंने एक-एक व्यक्ति की समस्या को गंभीरता से सुना और संबंधित अधिकारियों को समस्याओं के जल्द निपटारे के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने लोगों को आश्वस्त किया कि हर समस्या का समाधान किया जाएगा और किसी को भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
Ayushman Card बनाने पर जोर
कार्यक्रम के दौरान एक महिला ने अपने परिजन का मेदांता अस्पताल में इलाज कराने के लिए आर्थिक तंगी का जिक्र किया। इस पर मुख्यमंत्री योगी ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने और डॉक्टर से इस्टीमेट लाने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इलाज का सारा खर्च सरकार उठाएगी। उन्होंने अधिकारियों से भी कहा कि हर पात्र व्यक्ति का Ayushman Card बनवाना सुनिश्चित किया जाए ताकि गरीबों को इलाज के दौरान किसी तरह की वित्तीय दिक्कत का सामना न करना पड़े।
उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम उन गरीबों के लिए राहत साबित होगा जो महंगे इलाज का खर्च उठाने में असमर्थ हैं।