लखनऊ – उत्तर प्रदेश में गर्मी का मौसम शुरू होते ही अधिकांश जिलों से आग लगने की खबरें आती है। ऐसे में कुछ ऐसी जगह है जहां पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंचना असंभव होता है। ऐसी परिस्थितियों में आग बेकाबू हो जाती है और जान-मान का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसी समस्याओं से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश अग्निशमन विभाग ने अपनी कमर कस ली है।
अग्निशमन कार्यालय पर वाटर ड्रोन की टेस्टिंग शुरू
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज अग्निशमन के कार्यालय पर वाटर ड्रोन की टेस्टिंग शुरू कर दी गई है। यह वाटर ड्रोन उन जगहों पर काम आएगा जहां पर फायर विभाग की बड़ी-बड़ी गाड़ियां पहुंचना असंभव होता है। गलियां सकरी होती है, बिल्डिंग बड़ी होती हैं। ऐसे में यह वाटर ड्रोन बिल्डिंग के ऊपर उठकर बिल्डिंग के पास जाकर पानी गिरा कर आग पर काबू कर सकता है। इसी को लेकर अब टेस्टिंग शुरू कर दी और जल्द ही उत्तर प्रदेश के तमाम जनपदों में अग्निशमन विभाग को वाटर ड्रोन की सौगात दी जाएगी।
आपातकालीन परिस्थितियों में करेगा जवानों की मदद
इससे आपातकालीन परिस्थितियों में बेहतर परिणाम आने की संभावनाएं हैं। बहुमंजिला इमारतें हो या सकरी गलियां वाटर ड्रोन के माध्यम से कम समय मे आग बुझाने में कामयाबी मिल सकेगी। इसके साथ-साथ अधिकांश आग की घटनाओं में देखा जाता है कि अग्निशमन विभाग के जवान आग बुझाते बुझाते उलझ जाते हैं। क्योंकि जिन जगहों पर आग लगती है कई ऐसी जगह होती हैं जहां पर कड़ी मशक्कत के बाद जवान पहुंचता है और आग बुझाने के काम में लग जाता है। जगह कम होने के कारण जवान को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। अब अत्याधुनिक तकनीक पर वाटर ड्रोन इन जगहों पर जवानों की मदद करता हुआ नजर आएगा।