मोहसिन खान (नोएडा डेस्क)- यूपी के सीएम योगी आदित्याथ देश-विदेश में ही यूं ही लोकप्रिय नहीं है बल्कि उसके पीछे कई बड़ी वजह और कई खासियत है, जो योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh) को ना केवल सबसे अलग और सबसे खास बनाती है बल्कि उनको उपयोगी ही नहीं बल्कि सर्व-उपयोगी बनाती है। सनातनी पंरपरा और हिन्दुत्व के एजेंडे को धार देते बयानों की वजह से सीएम योगी आरएसएस की भी पहली पसंद है और संघ योगी के नेतृत्व में ही 2027 का चुनाव लडने में बड़ी भूमिका अदा करेगा।
वहीं संघ सीएम योगी के उस बयान को आधार बनाएगा जो अब देशव्यापी मंत्र बन चुका है, यानि ‘बटोगे तो कटोगे’ जैसे मुद्दों को हिन्दुओं के बीच ले जाकर हिन्दुत्व के मुद्दे को तेज़ी के साथ आगे बढ़ाएगा और वैसे भी आरएसएस के एजेंडे में यूपी पहली प्राथमिकता पर है और उसकी वजह ये है कि हिन्दुत्व को धार देने वाले मुद्दे जैसे की श्रीकृष्ण जन्मस्थली मथुरा, काशी विश्वनाथ और ज्ञानवापी यूपी में ही है और हिन्दुत्व के मुद्दे को बेबाकी के साथ जनता के बीच रखने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ संघ की पहली पसंद बने हुए है।
शताब्दी वर्ष में संघ का प्लान
कान्हा की नगरी मथुरा (Uttar Pradesh) में आरएसएस के वार्षिक अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल समीक्षा बैठक में कई महत्तवपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की जा रही है और उसमे सबसे अहम् ये है कि कैसे आने वाले वक्त में कार्ययोजना हो तैयार किया जाए और इसमें देश के हिन्दुओं के लिए अगले कुछ सालों का टारगेट भी रखा जा सकता है। दो दिवसीय बैठक में देश विरोधी कु-प्रयास, बटेंगे तो कटेंगे से शक्ति का महत्तव, समरसता और सद्वभावना और शताब्दी वर्ष में गांव-गांव में विस्तार पर मुख्य चर्चा हुई।
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दरअसल संघ भारत को कमज़ोर करने वाले लोगो से सावधान और सजग रहने के लिए जागरूक करेगा, इसके अलावा बांग्लादेश का उदाहरण लेकर हिन्दुओं को बटोगे तो कटोगे से शक्ति का एहसास कराएगा, इसके अलावा संघ का गांव गांव में विस्तार करने पर विचार हुआ। बता दें कि यूपी में खंड स्तर पर करीब 14 हजार शाखाए नियमित रूप से चलती है और अब उनको ग्राम पंचायत स्तर पर ले जाने की तैयारी है।
यूपी पर फोकस और मुद्दों पर मंथन
दरअसल संघ का पूरी तरह से फोकस उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) पर है और उसकी बड़ी वजह ये है कि देश भर में संघ के 11 क्षेत्र है और इसमें से दो क्षेत्र उत्तर प्रदेश पश्चिम और उत्तर प्रदेश पूर्वी है। इसके साथ ही राष्ट्रवाद और हिन्दुत्व को धार देने वाले मुद्दे भी यूपी में ही है और जिस तरह से मथुरा में संघ प्रमुख मोहन भागवत और सीएम योगी आदित्यनाथ की मुलाकात हुई है, उससे ये संभावना प्रबल हो गई है कि हिन्दुत्व और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को लेकर संघ यूपी में कोई बड़ा काम करने जा रहा है। जबकि धर्मातंरण, जिहाद के खात्मे, सांस्कृतिक वामपंथ को रोकने पर भी मंथन हो रहा है।