एक हाथ में कंप्यूटर एक हाथ में क़ुरान
एक हाथ में कंप्यूटर एक हाथ में क़ुरान का सपना पूरा करने वाली मोदी सरकार के बाद अब उत्तर प्रदेश की यूपी सरकार ने भी मदरसों को बदलने की या कहें कि उत्तर प्रदेश के बदलते मदरसों की तस्वीर को बदलने के सपना पूरा करते नज़र आ रही है। जिला जहाँ मोदी सरकार ने 1 हाथ में कम्प्यूटर से हाथ में क़ुरान की बात का सपना जो था उसका पूरा किया था। उसके बाद अब उत्तर प्रदेश की यूपी सरकार ने भी सभी विषयों की पढ़ाई के साथ साथ उत्तर प्रदेश के मदरसों में योग अभ्यास को भी शुरू कर दिया गया है।
बदल रहीं है उत्तर प्रदेश के मदरसों की तस्वीरें
नव्वे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जहाँ देश दुनिया में योग शिविर लगा के युग किया गया था। वहीं उत्तर प्रदेश में भी एक अलग तस्वीर देखने को मिली उत्तर प्रदेश के 900 मदरसों में आज भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे और उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की तरफ़ से योग शिविर का आयोजन किया गया था। जिसमें तमाम छात्रों ने मदरसों में जहाँ पर दिनी तालीम लेते हैं वहीं दूसरी ओर यूरोप करते नज़र आए छात्र उत्तर प्रदेश की यूपी सरकार ने हमेशा से मदरसों की तस्वीर बदलने की बात कही थी, जिसे अब योगी सरकार हक़ीक़त में बदलती नज़र आ रही है। जहाँ हमेशा से विपक्ष नज़र हमेशा से हम योगी सरकार को मुस्लिम विरोधी टीम बनाने में बनाता था अब उसके उलट देखा जा रहा है कि जिसके से न केवल किसी एक विशेष वर्ग के लिए बल्कि सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास करना देने वाली भाजपा सरकार अब साथ गिरफ्त में सभी का साथ सबका विकास करती नज़र आ रही है। उत्तर प्रदेश में न केवल सरकारी स्कूलों की बल्कि मदरसों के भी अब तस्वीरें बदलने लगी है।
उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक राज्यमंत्री दानिश आज़ाद की मानें तो जहाँ पहले की सरकारों में बात करें तो उत्तर प्रदेश के मदरसों में सिर्फ़ दिनी तालीम दी जाती थी ल्यूक है कि वह के मदरसों में सिर्फ़ दिनी तालीम दी जाती थी और वहाँ के बच्चों को सिर्फ़ दीनी तालीम लड़के अपनी बात थोपने का आरोप भी लगाया था उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की यूपी सरकार ने अब इस छवि को बदल दिया है मदरसों के बच्चे भी अपनी क़िस्मत का फ़ैसला ख़ुद कर सकते हैं उनको क्या पढ़ना है क्या बनना है ये कोई और नहीं तय करेगा यह ख़ुद वो तय करेंगे
मदरसे के छात्र इच्छानुसार विषय़ का कर सकेंगे चुनाव
मदरसों के बच्चों को सिर्फ़ मौलवी नहीं बनना है बड़ी बड़ी दाढ़ी और टोपी वाले लड़के नहीं होना है। उत्तर प्रदेश के मदरसे के बच्चे अपनी क्षमता से अपने विषय को चुन सकते हैं। वह अंग्रेज़ी भी पड़ेंगे वो हिंदी भी पड़ेंगे को कम्प्यूटर भी बढ़ेंगे साथ ही दिनी तालीम की पड़ेंगे की मदरसों को बच्चों का भविष्य सुनहरा होगा और उनके साथ हमेशा मोदी उपयोगी खड़े हैं खड़े रहेंगे क्योंकि मोदी है तो मुमकिन है और उत्तर प्रदेश में योगी उपयोगी है
मदरसों के नाम पर होती थी राजनीति
अल्पसंख्यक राज्यमंत्री दानिश आज़ाद ने कहा कि ज़िलों दिनी तालीम के नाम पे मदरसों का शोषण करते रहते थे। उनके बच्चें जिन मदरसों पड़े हैं ये भी बताएँ उनके बच्चे तो ख़ुद विदेशों में पढ़ाई करते हैं। बड़ी बड़ी डिग्री हासिल करते हैं और सिर्फ़ मदरसों के नाम पर राजनीति की जाती थी अब उत्तर प्रदेश में मदरसों के खिलाफ़ कोई राजनीति नहीं होगी राजनीति से दूर अब सिर्फ़ मदरसों का उत्थान होगा और मदरसों की बदलेगी तस्वीर इस मौक़े पर अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुँवर बासित अलीसहित तमाम लोग मौजूद रहे।