Varanasi News: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में मनु स्मृति जलाने के प्रयास और हिंसक झड़प ने विवाद खड़ा कर दिया। बुधवार देर रात ‘कला संकाय’ चौराहे पर कुछ छात्रों ने मनु स्मृति जलाने की कोशिश की, जिसके बाद प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम और छात्रों के बीच मारपीट हुई। इस घटना के बाद बीएचयू प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने लंका थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 13 छात्रों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इन छात्रों पर धार्मिक भावना को आहत करने और मारपीट जैसी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज हुआ है। घटना से विश्वविद्यालय परिसर में तनाव व्याप्त है। फरार छात्रों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
कैसे शुरू हुआ विवाद
घटना के दौरान, छात्रों ने मनु स्मृति जलाने की कोशिश की, जिसे प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने रोकने का प्रयास किया। यह प्रयास हिंसा में बदल गया, जिसमें सुरक्षाकर्मियों और छात्रों के बीच झड़प हुई। विश्वविद्यालय प्रशासन ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद 25 छात्रों पर मामला दर्ज हुआ। पुलिस ने अब तक 13 छात्रों को गिरफ्तार किया है, जबकि बाकी फरार हैं।
Varanasi पुलिस का रुख
Varanasi डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया, “बीएचयू के प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने लंका थाने को सूचना दी कि कुछ छात्र मनु स्मृति जलाने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे विवाद उत्पन्न हुआ। सुरक्षाकर्मियों को रोकने पर छात्रों ने मारपीट की। इस मामले में गंभीर धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है।”
डीसीपी ने आगे कहा कि सीसीटीवी फुटेज के जरिए फरार छात्रों की पहचान हो रही है और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि परिसर में शांति बनाए रखने के लिए विशेष निगरानी रखी जा रही है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी है। प्रशासन का कहना है कि इस तरह की घटनाएं बीएचयू की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं। पुलिस और प्रशासन मिलकर मामले की जांच में जुटे हैं।
छात्रों और समाज में प्रतिक्रिया
इस घटना को लेकर छात्रों और समाज के विभिन्न वर्गों में तीखी प्रतिक्रिया है। एक ओर इसे धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर छात्र संगठन इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मामला कह रहे हैं। घटना के बाद विश्वविद्यालय परिसर में भारी तनाव है।
पुलिस और प्रशासन का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विश्वविद्यालय में किसी भी तरह की अव्यवस्था रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।