Varanasi : महादेव का प्रसाद, प्रधानमंत्रियों की पसंद, क्यों है इतनी ख़ास बनारस की यह मिठाई

लाल पेड़ा, बनारस की एक प्रसिद्ध मिठाई है जो दूध, घी, चीनी और मसालों से बनती है। यह मिठाई 30 दिनों तक खराब नहीं होती और इसका स्वाद बहुत लाजवाब होता है। पीएम मोदी, वीपी सिंह जैसे नेताओं के पसंदीदा इस पेड़े की पहचान बनारस के हलवाईयों से जुड़ी हुई है

Varanasi Lal Peda

Varanasi Lal Peda काशी की इस मिठाई के पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह, चंद्रशेखर से लेकर पीएम मोदी तक दीवाने है , जानिए बनारस के लाल पेड़े के बारे में, जो 30 दिनों तक खराब नहीं होता है।

बनारस (वाराणसी) की बात करें तो यहाँ की संस्कृति, धार्मिक स्थल, और खासतौर पर यहाँ की मिठाइयाँ पूरी दुनिया में मशहूर हैं। अगर आप बनारस गए हैं, तो आपने वहां के लाल पेड़े जरूर खाए होंगे, जो इस शहर का एक खास स्वाद और पहचान हैं।

इस मिठाई के बारे में कहते हैं कि यह न सिर्फ स्वाद में बेमिसाल है, बल्कि इसकी बनावट भी बहुत खास है। लाल पेड़ा का स्वाद पीएम मोदी, वीपी सिंह, चंद्रशेखर जैसे बड़े नेताओं तक को बहुत पसंद आया है। यह लाल पेड़ा क्या है और क्यों यह इतना खास है।

क्या है लाल पेड़ा

Lal Peda  बनारस की एक प्रसिद्ध मिठाई है, जो मिठास और रंग में एकदम खास होती है। इसे बनाने के लिए ताजे दूध को उबालकर उसकी चाशनी बनाई जाती है और फिर इसमें चीनी, घी और कुछ खास मसाले डालकर इसे पका लिया जाता है।

इसके बाद इसे लाल रंग का बनाने के लिए इसमें खास प्राकृतिक रंग डाला जाता है, जो इस मिठाई को एक आकर्षक रूप देता है। इस पेड़े का आकार छोटा और गोल होता है और यह खाने में बेहद स्वादिष्ट और मखमली होता है।

इतना खास क्यों है लाल पेड़ा

Lal Peda  की खासियत उसकी ताजगी और लंबी शेल्फ लाइफ है। यह मिठाई 30 दिनों तक खराब नहीं होती। इसकी लंबी उम्र इसे खास बनाती है, क्योंकि अधिकतर मिठाइयाँ बहुत जल्दी खराब हो जाती हैं, लेकिन यह पेड़ा लंबे समय तक ताजे रहता है।

इसके अलावा, यह पेड़ा खाने में न सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि इसके रंग और बनावट भी लोगों को आकर्षित करती है।

इतिहास और प्रसिद्धि

इसका इतिहास बहुत पुराना है और यह बनारस के हलवाईयों का एक पारंपरिक नुस्खा है। इसे पहले सिर्फ खास अवसरों पर ही बनाया जाता था, लेकिन अब यह हर घर की मिठाई बन चुकी है। इस मिठाई को बनारस आने वाले पर्यटक भी खूब पसंद करते हैं। यहाँ के हलवाईयों की यह मिठाई इतने बड़े नामों तक पहुँच चुकी है कि पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह, चंद्रशेखर से लेकर वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक इस मिठाई के दीवाने रहे हैं।

लाल पेड़ा का महत्व

लाल पेड़ा सिर्फ मिठाई नहीं, बल्कि बनारस की संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है। यह मिठाई इस शहर के आकर्षण का एक अहम हिस्सा बन चुकी है, जिसे लोग न सिर्फ त्योहारों और खास मौकों पर, बल्कि हर रोज़ भी खाते हैं। इसकी सादगी और स्वाद बनारस को और भी खास बनाता है।

कहां मिलता है लाल पेड़ा

अगर आप बनारस जाएं तो लाल पेड़ा आपको हर मिठाई की दुकान पर मिल जाएगा। खासतौर पर लाल पेड़ा के नाम से मशहूर दुकानों पर यह मिठाई आसानी से मिलती है। लोग यहाँ से इसे अपने घर ले जाते हैं या फिर इसे उपहार के रूप में भी देते हैं।

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