दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में लगे इन पोस्टरों में सबसे प्रमुख चेहरा कांग्रेस नेता राहुल गांधी का है। बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा गया है: “वक्फ बिल का विरोध करने वाले विधायक कर रहे हैं देशद्रोह”, और साथ ही ‘भारत के गद्दार’ की स्टाम्प जैसी मुहर लगी है। पोस्टर में राहुल गांधी को (Waqf Bill) उत्तर प्रदेश से विपक्ष के नेता के तौर पर नामित करते हुए ‘गद्दार’ कहा गया है।
इन पोस्टरों के माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि जो नेता वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन सुधार वाले विधेयक का विरोध कर रहे हैं, वे देशहित के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं। इसी प्रकार के पोस्टर समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ भी देखे गए हैं।
विपक्ष ने इन पोस्टरों को लोकतंत्र पर सीधा हमला करार दिया है। राहुल गांधी ने अपने (Waqf Bill) बयान में कहा, “ये पोस्टर लोकतंत्र और असहमति की स्वतंत्रता पर हमला हैं। हमें देशद्रोही बताकर डराया नहीं जा सकता। हम न्याय और अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहेंगे।” वहीं, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी ने भी ऐसे पोस्टरों की कड़ी निंदा की है। कुछ नेताओं ने मांग की है कि यह पता लगाया जाए कि इन पोस्टरों के पीछे फंडिंग और संचालन कौन कर रहा है।
कानूनी पहलुओं और पुलिस जांच की बात
दिल्ली पुलिस ने भी मामले पर संज्ञान लिया है। अधिकारियों का कहना है कि सार्वजनिक स्थलों पर बिना अनुमति पोस्टर लगाना नगर निगम के नियमों का उल्लंघन है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हम पोस्टर लगाने वालों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”