CM Yogi on Waqf Board: ‘वक्फ से एक-एक इंच जमीन लेंगे वापस…’, सीएम योगी का कड़ा संदेश

CM Yogi on Waqf Board: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वक्फ बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाए हैं। क्या वक्फ की कब्जाई गई जमीनें वापस ली जाएंगी? जांच की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

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CM Yogi on Waqf Board: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वक्फ बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि Waqf Board भू माफिया की तरह काम कर रहा है और अवैध रूप से कब्जा की गई वक्फ की जमीन एक-एक इंच वापस ली जाएगी। सीएम योगी ने इस मामले की जांच की प्रक्रिया की बात भी की। उनका कहना था कि सभी राजस्व अभिलेखों की जांच कराई जा रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि कहां-कहां जमीनों पर कब्जा किया गया है। इसके अलावा, उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव पर भी निशाना साधते हुए उनके राम मंदिर दर्शन पर सवाल उठाए।

सीएम योगी ने Waqf Board के संदर्भ में कहा कि यह संगठन भू माफिया की तरह काम कर रहा है और राज्य में अवैध कब्जे के मामलों की जांच हो रही है। उनका दावा था कि वक्फ की जमीनों पर कब्जा करने वाले लोगों से एक-एक इंच जमीन वापस ली जाएगी, जिसे राजस्व अभिलेखों में दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह से कानूनी तरीके से की जाएगी और किसी भी गलत कब्जे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

अखिलेश यादव पर हमला करते हुए सीएम योगी ने कहा कि उन्हें राम मंदिर दर्शन का नैतिक अधिकार नहीं है। योगी ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने संविधान का सबसे ज्यादा उल्लंघन किया है और जो लोग राम मंदिर के दर्शन के लिए नहीं जाएंगे, उन्हें उनके कर्मों की सजा भुगतनी पड़ेगी। उनके अनुसार, अखिलेश यादव ने अयोध्या के साथ अनैतिक व्यवहार किया था, जो कि पार्टी के नैतिक मूल्यों के खिलाफ था।

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सीएम योगी ने संभल मामले पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि 24 नवंबर को जबरन माहौल खराब किया गया था और समाज को इसके खिलाफ खड़ा होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पुराने जख्मों का इलाज जरूरी है, ताकि यह कैंसर के रूप में न फैल जाए। इसके अलावा, योगी ने अपने भाषण में कुंभ मेले को राष्ट्रीय एकता और हिंदू एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि जो लोग अंतःकरण से घर वापसी करना चाहते हैं, उनका स्वागत किया जाएगा।

योगी का यह बयान राजनीति में नए विवादों को जन्म दे सकता है, लेकिन इसके जरिए उन्होंने अपने शासन की कठोर नीति को स्पष्ट रूप से पेश किया है।

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