लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद में चोटी कटवा कांड के बाद हिंसा भड़की। जिसमें गगन यादव का नाम सामने आया। पुलिस ने पलटवार करते हुए 19 से अधिक आरोपियों को पकड़कर सलाखों के पीछे भेजा तो वहीं खुद को अहिर रेजीमेंट का सेनापति बताने वाले गगन यादव पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया। एफआईआर होने के बाद गगन यादव अंडरग्राउंड हो गए। इसबीच उन्होंने न्यूज चैनलों को इंटरव्यू देकर सनसनीखेज खुलासे किए हैं। ऐसे में हम आपको गगन यादव के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही इटावा बवाल कांड क्यों और कैसे हुआ, इससे भी रूबरू कराएंगे।
कौन हैं गगन यादव
गगन यादव मुलरूप से मेरठ के रहने वाजे हैं। गगन ’इंडियन रिफॉर्मर्स ऑर्गनाइजेशन’ नामक संस्था का फाउंडर और प्रेसिडेंट है। यह वही संस्था है जो भारतीय सेना में ’अहीर रेजिमेंट’ की मांग करती है। इसलिए इस संस्था को ’अहीर रेजिमेंट’ के नाम से भी बुलाया जाता है। गगन यादव का नाम 2019 में तब सुर्खियों में आया था तब उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रचार की कमान संभाली थी। करीब पांच सालों तक गगन साइकिल का हैंडिल थामकर गांव-गांव जाकर समाजवादी पार्टी की नींव मजबूत की थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में गगन ने अखिलेश यादव से टिकट भी मांगा था। लेकिन सपा प्रमुख ने गगन को टिकट नहीं दिया।
गगन यादव ने किया था पोस्ट
गगन यादव ने सोशल मीडिया पर दांदरपुर गांव चलने का ऐलान किया था। ’इटावा कूच’ से पहले गगन यादव के पोस्ट में लिखा था संत सिंह यादव के सम्मान में, आ रहे हैं मैदान में…। तारीख 26 जून, 2025. दिन- गुरुवार. समय- 11 बजे। थाना बकेवर और जिला इटावा। गगन ने अपने फेसबुक के बायो में लिखा कि वह युवा नेता है, जिसकी विचारधारा समाजवादी है। गगन यादव आगरा से इटावा के लिए निकलते, उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें घर पर ही नजरबंद कर दिया। तब गनन यादव ने ने कहा था कि कथावाचकों संग जो घटना हुई है वो बेहद निंदनीय है, जिसके चलते मैंने फैसला किया कि मैं खुद इटावा जाऊंगा और वहां दो समाजों के बीच जो विवाद चल रहा है उसे खत्म कराऊंगा।
अब जानें चोटी कटवा कांड के बारे में
बता दें कि इटावा के दांदरपुर गांव में 21 जून 2025 को कथावाचक मुकुट मणि यादव और संत कुमार यादव के साथ मारपीट की गई और उनकी चोटी भी काटी गई। इन कथावाचकों पर अपनी यादव जाति छिपाकर ब्राह्मण बनकर कथा करने का आरोप है। इसके साथ ही भागवत कथा के आयोजक जयप्रकाश तिवारी की पत्नी रेनू तिवारी ने मुकुट मणि पर भोजन के दौरान छेड़छाड़ और गलत पूजा कराने का आरोप लगाया। इसके साथ ही कथावाचकों पर फर्जी आधार कार्ड और धार्मिक भावनाएं आहत करने का भी आरोप लगे। इटावा के चोटी कटवा कांड के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो सपा समेत अन्य विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हो गए। मामले की जानकारी मिलते ही गगन यादव भी एक्टिव हुए और इटावा कूच का ऐलान कर दिया।
फिर इटावा में हुआ बवाल
गगन यादव की ललकार के बाद गुरुवार दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे बड़ी संख्या में युवक बकेवर थाने पहुंचे थे। यहां युवकों ने पुलिस को इंडियन रिफार्मरस ऑर्गनाइजेशन के संस्थापक गगन यादव के आह्वान पर पहुंचने की बात कहते हुए प्रदर्शन किया था।युवकों ने कानपुर-आगरा नेशनल हाइवे भी जाम कर दिया था। युवकों ने पुलिस बल पर पथराव भी किया। इसमें पुलिस की एक कार टूट गई थी। पुलिस ने आक्रोशित युवओं को हवाई फायर और लाठियां फटकार भगाया था। इस दौरान बवाल करने वाले 19 युवकों को मौके से गिरफ्तार भी कर लिया था। पुलिस ने देर रात 120 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। इसमें इंडियन रिफार्मरस ऑर्गनाइजेशन के संस्थापक गगन यादव को शामिल किया है। वहीं, करीब 100 अज्ञात लोग हैं।
ताली एक हाथ से कभी नहीं बजती
मुकदमा दर्ज होने के बाद गगन यादव ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटव्यू के दौरान कहा कि इटावा में अगर होता तो वहां बवाल नहीं होता। मुझे अगारा में ही नजरबंद कर दिया गया। गगन ने कहा कि इसमें दोष जड़ने वाली राजनीति नहीं करनी चाहिए, सरकार पर दोष देने का समय नहीं है। उन्होंने ख़ुद पर हुए एफआईआर पर कहा कि शासन-प्रशासन को जब भी हमारी ज़रूरत महसूस हो तो कृपया याद करें, फ़िलहाल हमारा उद्देश्य भड़की आग को बुझाना होना चाहिए, ताली एक हाथ से कभी नहीं बजती, इन सब बातो को जानने के बावजूद भी फ़िलहाल ज़रूरी हैं। दोनों समाज को जोड़ने की, ना की तोड़ने की, इस घटना के ज़िम्मेदार सब हैं और अब ज़िम्मेदारी सबको मिलकर उठानी चाहिए। यह समय सरकार को दोष देने का नहीं है।
हमारा किसी भी दल से कोई नाता नहीं
गगन यादव ने खुद को आल्हा-ऊदल का वंशज बताते हुए कहा कि हमारा किसी भी दल से कोई नाता नहीं। हां सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कहने पर उन्होंने पार्टी के लिए काम किया। गगन ने मैनपुरी लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान जय श्रीराम को लेकर विवादित बयान पर कहा कि ये तथ्य सरासर गलत है। वीडियो को क्रॉप करके सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था। गगन यादव पर मुलायम सिंह यादव के अपमान का भी आरोप लगा था। जिस पर गगन ने कहा कि नेता जी करे अपना आदर्श बताते हुए आरोपों को अपने खिलाफ साजिश बताया। गगन ने खुलकर कहा कि किसी भी व्यक्ति को किसी भी समाज के बारे में गलत तिपण्णी नहीं करनी चाहिए। गगन ने कहा कि हम तोड़ने वाले नहीं, बल्कि जोड़ने वाले लोग हैं। हम किसी भी दल के एजेंट नहीं है।