Ramlila Maidan on November 24: रामलीला मैदान 24 नवंबर को धार्मिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा, जब यति नरसिंहानंद गिरि ने हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन करने का ऐलान किया है। डासना मंदिर के पीठाधीश्वर और विवादास्पद हिंदू संत यति नरसिंहानंद ने इस आयोजन के जरिए हिंदू समाज को एकजुट करने का आह्वान किया है। इस कार्यक्रम को लेकर दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में तैयारियां तेज़ हो चुकी हैं। उनका कहना है कि इस आयोजन का उद्देश्य “हिंदू समाज की ताकत दिखाना और उनकी धार्मिक भावनाओं की रक्षा करना” है। इस आयोजन को लेकर समाज में जहां जोश है, वहीं सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हैं क्योंकि इसी दिन मौलाना तौकीर रज़ा ने दिल्ली जाम करने का आह्वान किया है।
हनुमान चालीसा पाठ के लिए तैयारियां तेज़
यति नरसिंहानंद द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम को लेकर डासना मंदिर और दिल्ली के कई इलाकों में तैयारियां की जा रही हैं। हनुमान चालीसा पाठ के आयोजन का समय सुबह से लेकर शाम तक निर्धारित है। आयोजकों का कहना है कि हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है, जो हनुमान चालीसा पाठ में भाग लेकर भगवान हनुमान के प्रति अपनी आस्था व्यक्त करेंगे।
बरेली के मौलाना तौकीर रजा ने 24 नवंबर को रामलीला मैदान दिल्ली में मुस्लिमों से इकट्ठा होने का आह्वान किया है। रसूल की शान में गुस्ताखी के खिलाफ ये आयोजन हो रहा है।
इस बीच यति नरसिंहानंद गिरि ने रामलीला मैदान में 24 नवंबर को ही हनुमान चालीसा पाठ करने का ऐलान कर दिया है। pic.twitter.com/rvkoMPNtqU
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 21, 2024
तौकीर रज़ा के ऐलान से सुरक्षा पर सवाल
24 नवंबर को ही इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। ऐसे में रामलीला मैदान के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने अतिरिक्त सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं। Ramlila Maidan पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने बताया कि भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष टीमें लगाई गई हैं।
धर्म की रक्षा के नाम पर संदेश
यति नरसिंहानंद ने कहा है कि यह आयोजन हिंदू समाज को धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने सभी हिंदुओं से अपील की है कि वे बड़ी संख्या में उपस्थित होकर अपने धर्म की ताकत को प्रदर्शित करें। उनके इस बयान से माहौल गरमा सकता है, खासकर तौकीर रज़ा के समानांतर आयोजन को देखते हुए।
सामाजिक तकरार का खतरा
24 नवंबर के दोनों आयोजनों के चलते दिल्ली में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, प्रशासन की चुनौती यह है कि दोनों पक्षों के आयोजनों को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया जाए। Ramlila Maidan और आसपास के इलाकों में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।