Uttar Pradesh : इस साल 5 जून क्यों है इतना ख़ास ,किसका है जन्मदिन गंगा ,दशहरा,पर्यावरण दिवस और राम दरबार प्रतिष्ठा एक साथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 5 जून का जन्मदिन इस बार अयोध्या में बनेगा खास । राम दरबार की प्रतिष्ठा, पर्यावरण दिवस और उनका आंदोलन से जुड़ाव, इस दिन को ऐतिहासिक बना रहा है।

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Yogi Adityanath birthday celebration in Ayodhya 2025: 5 जून को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 53वां जन्मदिन है। संयोग से इसी दिन विश्व पर्यावरण दिवस भी मनाया जाता है। खास बात ये है कि इस बार वह अयोध्या में अपना जन्मदिन मनाएंगे, जहां राम मंदिर परिसर में राम दरबार और अन्य पूरक मंदिरों में देवी-देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा भी होगी। इस आयोजन में योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि होंगे, जिससे यह दिन उनके लिए और भी खास बन गया है।

योगी और पर्यावरण का रिश्ता

मुख्यमंत्री योगी का जन्म उत्तराखंड में हुआ था, जो प्राकृतिक संपदा से भरपूर इलाका है। उनके दिवंगत पिता वन विभाग में रेंजर थे। शायद यही वजह है कि योगी को पर्यावरण से विशेष लगाव है। वे अपने जन्मदिन पर हर साल पर्यावरण से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेते हैं। इस बार भी वे अयोध्या में पौधरोपण करेंगे।

गंगा दशहरा और शुभ मुहूर्त का संयोग

5 जून को गंगा दशहरा भी है, जो गंगा नदी के धरती पर अवतरण का दिन माना जाता है। यह ज्येष्ठ शुक्ल दशमी तिथि पर पड़ता है, जिसे बेहद पवित्र दिन माना जाता है। इस तिथि और मुहूर्त का ध्यान रखते हुए ही राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा रखी गई है।

गोरक्षपीठ और राम मंदिर आंदोलन का गहरा नाता

योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर हैं, जिनके दादागुरु महंत दिग्विजयनाथ और गुरु महंत अवैद्यनाथ ने राम मंदिर आंदोलन की नींव रखी थी। 1949 में श्रीरामलला के प्राकट्य से लेकर 1990 के कारसेवा आंदोलन तक, इन संतों ने हर कदम पर मार्गदर्शन किया।

महंत अवैद्यनाथ की अगुवाई में 1984 से शुरू हुआ श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन, देश का सबसे बड़ा धार्मिक आंदोलन बना। बाद में योगी आदित्यनाथ ने अपने गुरु के सपनों को साकार करने का संकल्प लिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मंदिर निर्माण के हर बड़े आयोजन में योगी की मौजूदगी रही।

योगी और अयोध्या का रिश्ता

योगी आदित्यनाथ अब तक 100 से ज्यादा बार अयोध्या जा चुके हैं। उनकी सोच है कि अयोध्या दुनिया का सबसे सुंदर धार्मिक पर्यटन स्थल बने। दीपोत्सव और मंदिर निर्माण जैसी योजनाएं इसी दिशा में काम कर रही हैं।

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