लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। बारिश के मौसम में विषैले जीव-जन्तु जंगलों से निकल कर लोगों के घरों पर दस्तक दे रहे हैं, जिसके कारण उत्तर प्रदेश में सर्पदंश की घटनाओं में जबरदस्त इजाफा हो रहा है। कुछ ऐसा ही मामला कासगंज में सामने आया। यहां के अमांपुर क्षेत्र के गांव वीनपुर कला में छह दिन पूर्व झोपड़ी में सो रहे युवक को सांप ने डस लिया। परिवारवाले उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। चार दिन तक चले इलाज के बाद आखिरकार युवक ने दम तोड़ दिया। इसबीच कुछ ग्रामीणों के कहने पर परिवाले इलाके के बायगीर को बुला लिया। करीब पांच दिन से बायगीर तंत्र-मंत्र करने के साथ मुर्दा के जिंदा होने का दावा कर रहा है।
गांव बीनपुर कलां निवासी महादीपक (25) 5 अगस्त को अपनी झोपड़ी में सो रहा था। इसी दौरान सांप ने उसके हाथ में डस लिया। उसने अपनी पत्नी लक्ष्मी को बताई। सुबह के समय परिजनों ने उसका गांव में किसी से इलाज कराया। लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। जिसके कारण परिवारवाले उसे जिला अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टर ने उसकी हालत को गंभीर देखते हुए अलीगढ़ रेफर कर दिया। अलीगढ़ में 7 अगस्त को उनकी मौत हो गई। इसके बाद परिजन उसके शव को घर ले आए। इसी दौरान किसी ने एक महिला बायगीर के बारे में मृतक के परिवारवालों को बताया। परिवारवाले महिला बायगीर के फेर में फंस गए। पांच दिन तक बंगाल की महिला बायगीर तंत्र-मंत्र करती रही। और बायगीर भी आ गए। गांव में थालियां बजी। परिजनों के साथ ही गांव के लोग भी सबसे बड़े चमत्कार के इंतजार में हैं।
परिवारवालों को यकीन है कि उनका महादीपक में जान वापस आएगी। उन्होंने एक नहीं बल्कि चार से पांच बायगीर को बुलवाए हैं। तीन दिन से बायगीर झाड-फूंक रहे थे और थाली बजा रहे थे। गांव निवासी उपेंद्र कुमार ने बताया कि तीन दिन से बायगीर झाड़- फूंक कर उसके परिजनों को युवक के जिंदा होने की दिलासा दे रहे थे। एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि एक बायगीर ने ये दावा किया है कि युवक को नागिन ने डसा है। युवक ने नागिन के नाग को मारा था। ऐसे में उसने नाग का बदला लिया है। बायगीर ने मृतक के परिवारवालों को भरोसा दिया है कि वह नागिन को तंत्र-मंत्र से बुलवाएगा और युवक को िंजदा कर देगा। शव की सुरक्षा को लेकर कई तरह के इंतजाम किए गए हैं। घर के बाहर टेंट की व्यवस्था की गई थी।
इसबीच किसी ने पूरे घटना की जानकारी पुलिस को दे दी। अमांपुर कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसकी मौत के बारे में परिजनों व ग्रामीणों से पूछताछ की। पुलिस ने मृतक के शव का अंतिम संस्कार कराने को कहा, लेकिन परिवारवाले तैयार नहीं हुए। पुलिस ने सख्ती दिखाई और कुछ ग्रामीणों की मदद से परिवारवालों को अंतिम संस्कार के लिए तैयार किया। पुलिस को देख बायगीर भी भाग खड़े हुए। आखिर में पुलिस की मौजूदगी में युवक के शव का अंतिम संस्कार हुआ। । पूरे मामले पर जिला अस्पताल कासगंज के सीएमएस डॉ.संजीव सक्सेना ने बताया कि सर्पदंश के शिकार व्यक्ति को समय से अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। इससे उसकी जान बचाई जा सके। झाड़ -फूंक व बायगीर के चक्कर में न पडे़ं।