उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी (UKSSSC) की परीक्षाओं को लेकर धामी सरकार का फैसला। आयोग ने शुक्रवार को परीक्षाओं को लेकर एक अहम निर्णय लिया है। बता दें कि आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने कहा जिन परीक्षाओं को रद्द किया गया है। उनमें केवल वही अभ्यर्थी परीक्षा में बैठ सकेंगे जिन्होंने पूर्व में परीक्षा दी है।
आयोग ने परीक्षा दोबारा करने का फैसला लिया
उत्तराखंड में लंबे समय से चल रहे UKSSSC विवाद को लेकर आयोग ने एक अहम फैसला लिया है। बता दें कि आयोग ने शुक्रवार को नकल परीक्षाओं पर फैसला लेते हुए कहा की स्नातक स्तरीय परीक्षा, वन दरोगा और सचिव सचिवालय रक्षक की परीक्षा दोबारा करने का फैसला लिया है। जबकि कनिष्ठ सहायक, व्यक्तिगत सहायक, पुलिस रैंकर उपनिरीक्षक, वाहन चालक, कर्मशाला अनुदेशक, मत्स्य निरीक्षक और मुख्य आरक्षी दूरसंचार भर्ती पर निर्णय लेने के लिए विधिक राय मांगी है। आपको बता दें हाल ही में सहायक अध्यापक एलटी भर्ती को आयोग द्वारा क्लीनचिट दे दी है। आयोग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। नौ जनवरी 2023 से लिखित परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेज का सत्यापन शुरू किया जाएगा। आयोग के फैसले से चयनित अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है।
वही अभ्यर्थी परीक्षा में बैठेंगे जिन्होंने पूर्व में परीक्षा दी
आयोग द्वारा बताया गया कि जिन भी परीक्षाओं को रद्द किया गया है। उनमें केवल वही अभ्यर्थी परीक्षा में बैठ पाएंगे जिन्होंने पूर्व में परीक्षा दी है। उन्हें केवल एडमिट कार्ड जारी कर परीक्षा देने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। वहीं जिन अभ्यर्थियों का नाम जांच के दौरान सामने आया आया था, उन्हें इस परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा।
धांधली के आरोप पर जांच STF को सौंप दी
बातते चलें की उत्तराखंड में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाओं पर इस वर्ष नकल और धांधली के आरोप लगे थे। जिसके बाद से ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आयोग की परीक्षाओं की जांच STF को सौंप दी थी। जिसके बाद से ही STF ने एक के बाद एक 41 आरोपितों को प्रदेश व प्रदेश के बाहर से गिरफ्तार किया। STF द्वारा लगातार मामले में अहम कार्रवाई की गई। गुरुवार को आयोग के सचिव सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि एलटी परीक्षा में जांच कमेटी ने कोई धांधली जैसी बात का उल्लेख नहीं किया है। जिसको देखते हुए पूर्व में रोकी गई साक्षात्कार की प्रक्रिया 9 जनवरी से शुरू होने जा रही है।
आयोग के फैसले से छात्रों में आक्रोस
आयोग द्वारा शुक्रवार को फैसला आते ही चयनित छात्रों में काफी गुस्सा देखने को मिला। जिसके बाद से ही रायपुर स्थित अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के मुख्यालय के बाहर छात्र ने भारी आक्रोस दिखाया और मुंडन संस्कार करने लगे। छात्रों ने बताया की वो आयोग के इस फैसले से खुश नहीं है। जिसके बाद से छात्रों ने आयोग के खिलाफ जमकर हल्ला बोल प्रदर्शन किया । इस दौरान प्रदर्शन में कई चयनित छात्र भी शामिल थे।