खबर उत्तराखंड के लालकुआं से है। जहां आज से ठीक एक वर्ष पहले लालकुआं के हल्दूचौड़ में शुभम अंडोला द्वारा अपने काम्प्लेक्स में ट्रांसफार्मर लगाए जाने पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और लोगों ने इसके खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था। विवाद इतना बढ़ गया था की मामला उच्च न्यायालय में पहुंच गया।
हाईकोर्ट सुनवाई पर फैसला शुभम मंडोला के पक्ष में दिया गया
आपको बता दें, मामला लालकुआं के हल्दुचौड क्षेत्र से है। जहां शुभम अंडोला जो की एक समाजसेवी भी है। उनके द्वारा दुकानों पर ट्रांसफार्मर के लिए आवेदन किया गया। जिसके बाद ट्रांसफार्मर के लिए दो पोल लगाए गए ,परंतु पोल लगाते ही भारी संख्या में लोग ट्रांसफार्मर का विरोध करने लगे। लोगों ने बताया ट्रांसफार्मर को गलत स्थान को लेकर यह पूरा विरोध किया जा रहा। जिसके बाद मामला हाईकोर्ट पर पहुंचा और इस पर सुनवाई करते हुए फैसला शुभम मंडोला के पक्ष में दिया गया।
खुशी है, कि आखिर सच्चाई की जीत हुई- शुभम अंडोला
इस पर शुभम अंडोला ने कहा की उन्हें खुशी है, की आखिर सच्चाई की जीत हुई है। तथा उन लोगों को सबक मिला है जो क्षेत्र के लोगों को बरगला कर मेरा कार्य रोकना चाहते थे। वही मौके पर ट्रांसफार्मर लगाए जाने के समय कुछ जनप्रतिनिधियों तथा लोगों के द्वारा आज फिर आंशिक विरोध जाहिर किया गया था। परंतु हाईकोर्ट के आदेश अनुसार मौके पर विद्युत विभाग के एसडीओ, पुलिस बल तथा नायब तहसीलदार महोदय मौके पर मौजूद थे। शुभम अंडोला ने कहा मुझे इस लड़ाई को जीतने में पूरा 1 वर्ष लगा।
राजीव वर्मा के आदेशों पर ट्रांसफार्मर लगाया गया
इस मामले पर नायब तहसीलदार राजीव वर्मा के आदेशों के बाद ट्रांसफार्मर लगाया गया। और जो लोग इसका विरोध कर रहे थे उन्हें समझाया गया। जिसके बाद मामला शांत हुआ तथा राजीव वर्मा ने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में पुलिस, विद्युत विभाग तथा तहसील की मौजूदगी पर ट्रांसफार्मर लगवाने का कार्य किया जा रहा है।