Haridwar rural: आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़े नरेश शर्मा, जिन्होंने 2022 में हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, ने आज पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। दो साल पहले भाजपा छोड़ आप का दामन थामने वाले नरेश शर्मा ने हरिद्वार प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने फैसले का ऐलान किया। अपने इस्तीफे के दौरान शर्मा ने पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए और दावा किया कि आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल और उनके सहयोगी मनीष सिसोदिया भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं। उन्होंने आप में शामिल होना अपनी गलती बताया और संकेत दिया कि भविष्य में वह किसी अन्य पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
आप में दो साल का सफर और इस्तीफा
नरेश शर्मा ने 2022 में भाजपा छोड़ आम आदमी पार्टी का रुख किया था और पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष का पद भी संभाला। Haridwar ग्रामीण विधानसभा सीट से उन्होंने चुनाव लड़ा, पर जीत नहीं मिली। अपने दो साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने संगठन में अहम भूमिका निभाई। लेकिन अब उन्होंने पार्टी के सभी पदों और सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, जिससे आप को प्रदेश स्तर पर झटका लगा है।
प्रेस वार्ता में गंभीर आरोप
Haridwar प्रेस क्लब में आयोजित वार्ता के दौरान नरेश शर्मा ने आम आदमी पार्टी के नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की नीतियों और कार्यशैली से वह असंतुष्ट हैं। शर्मा ने अपने आप से जुड़ने के फैसले को “गलती” बताया और कहा कि पार्टी में पारदर्शिता और नैतिकता का अभाव है।
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राजनीतिक भविष्य पर असमंजस
हालांकि इस्तीफे के दौरान नरेश शर्मा ने फिलहाल किसी अन्य पार्टी में शामिल होने पर विचार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि यह समय और परिस्थिति पर निर्भर करेगा कि भविष्य में वह किस पार्टी से जुड़ते हैं। शर्मा के इस कदम से उत्तराखंड में आप पार्टी को संभावित नुकसान हो सकता है, विशेषकर आगामी चुनावों के दृष्टिकोण से।